गुवाहाटी । असम सरकार अगले साल जनवरी में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए वार्षिक राज्यव्यापी अभ्यास गुणोत्सव 2025 शुरू करने जा रही है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह कार्यक्रम सभी 35 जिलों के 44,000 से अधिक स्कूलों को कवर करेगा। अधिसूचना में कहा गया है कि आगामी मूल्यांकन के लिए नई सुविधाएं भी शुरू की गई हैं, जिनमें रिपोर्ट प्रस्तुत करने और वर्दी के मूल्यांकन के लिए मोबाइल फोन ऐप भी शामिल है। विशेष रूप से, यह अभ्यास तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा, जहां पहले चरण में 11 जिले शामिल होंगे, जिसमें बरपेटा, बजाली, श्रीभूमी, कामरूप, कार्बी आंग्लांग, कोकराझार, लखीमपुर, नगांव, शिवसागर, दक्षिण सलमारा मानकाचर और उदालगुड़ी शामिल हैं। दूसरे चरण में बाक्सा, चिरांग, चराइदेउ, धेमाजी, धुबड़ी, गोलाघाट, हैलाकांदी, होजाई, जोरहाट, कामरूप (मेट्रो), शोणितपुर, तामुलपुर, तिनसुकिया और पश्चिम कार्बी आंग्लांग शामिल हैं। जबकि तीसरे चरण में बंगाईगांव, बिश्वनाथ, दरांग, डिब्रूगढ़, ग्वालपाड़ा, कछार, नलबाड़ी, मोरीगांव, डिमा हसाउ और माजुली शामिल हैं। अधिसूचना में आगे बताया गया कि यह अभ्यास सरकारी/प्रांतीयकृत चाय बागान मॉडल स्कूलों, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों, नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय, आदर्श विद्यालयों और चाय बागान-प्रबंधित स्कूलों में किया जाएगा। बयान में आगे कहा गया है कि कक्षा 1 से 9 तक के कुल 39,65,081 छात्र इस पहल के अंतर्गत आएंगे । प्रमुख विशेषताओं में वार्षिक परीक्षा के अंकों का 10 प्रतिशत वेटेज, शैक्षणिक कैलेंडर में गुणोत्सव की अनुसूची को शामिल करना, अनुपस्थित छात्रों को स्कूल ग्रेडिंग में शामिल करना, तथा बाह्य मूल्यांकन के दिन क्लस्टर के भीतर शिक्षकों की अदला-बदली करना शामिल है।