हांगकांग | चीन के व्यापारिक दृष्टिकोण में नवंबर महीने में एक ध्रुवीकृत बदलाव देखने को मिला है, जिसे अनुसार निर्यात में कमजोरी और आयात में गिरावट की घटना सामने आई है। सिन्धु घाटी में सीमा शुल्क के आंकड़ों के अनुसार निर्यात में अच्छी वृद्धि का अपेक्षित स्तर से नीचे रहा जबकि आयात में बढ़ोतरी की स्थिति दर्शाई गई। यह बदलाव वैश्विक बाजार में अकसर दिखाई देने वाले दबाव के परिणाम के रूप में देखा जा सकता है। निर्यात और आयात के अंतर की वृद्धि ने चीन की आर्थिक स्थिति पर असर डाला है, जो एक समर्थन के स्तर पर पहुंच गया है। इस अशंकाजनक परिस्थिति में चीनी अर्थव्यवस्था के नेताओं के लिए एक बड़ी चुनौती का सामना है, जिसे वे समझ कर उचित उत्तर ढूंढ़ने में सक्षम होने के लिए कठिनाइयों का सामना करना होगा । चीन की मौद्रिक नीति में नरमी लाने से भविष्य की स्थिति को सुधारने की कोशिश करने पर ध्यान केंद्रित करना उचित होगा। वाणिज्यिक दृष्टिकोण से आज के समय में सही मार्ग चुनना महत्वपूर्ण होगा, जिससे चीन के अर्थतंत्र को सुरक्षित बनाने में मदद मिले।