भारत और बांग्लादेश के बीच तीन मैच की टी-20 श्रृंखला का पहला मुकाबला ग्वालियर में खेला जाएगा। श्रीमंत माधवराव । सिंधिया स्टेडियम में शुरू होगा। ग्वालियर में 14 साल बाद कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच होने जा रहा है। इससे पहले यहां 1988 से 2010 तक 12 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले गए हैं, जिनमें से आठ बार भारतीय टीम को जीत हासिल हुई। ये सभी मैच शहर के पुराने कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में खेले गए थे। वनडे का पहला दोहरा शतक भी यहीं लगा था । क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 24 फरवरी, 2010 को कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ यह शतक लगाया था। इस दौरान ग्वालियर को क्रिकेट मैच आयोजन के मौके मिले, लेकिन स्टेडियम में खामियों के चलते इन्हें इंदौर शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद नौ साल पहले ग्वालियर के शंकरपुर में नये स्टेडियम की नींव रखी गई थी। इसी साल यह श्रीमंत माधवराव सिंधिया स्टेडियम बनकर तैयार हुआ और हाल ही में इसका लोकार्पण हुआ है। शहर से 15 किलोमीटर दूर बने इस मैदान पर रविवार को पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला जा रहा है। इसकी दर्शक क्षमता करीब 30 हजार है। यहां सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। यहां शाम चार बजे दर्शकों को मैदान में प्रवेश शुरू हो जाएगा। दर्शक स्टेडियम के अंदर मोबाइल ले जा सकेंगे। पानी बोटल, हैंड बैग, फूड, सिगरेट, माचिस, गैस लाइटर, गुटखा, धारदार चीज ले जाने की मनाही है। ग्वालियर के इस स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकूल मानी जा रही है। यहां तीन दिन तक दोनों टीमों ने अभ्यास किया है। पिच क्यूरेटर मनोहर जामले ने बताया कि लगातार बारिश के बाद भी पिच में नमी संतुलित रखी गई है। टी-20 फॉर्मेट के अनुकूल पिच पर दर्शकों को चौके-छक्के देखने को मिलेंगे । हालांकि, शुरुआती ओवरों में गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। शनिवार की रात केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मैदान का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। इधर, ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने भारत- बांग्लादेश टी-20 क्रिकेट मैच के टिकट ब्लैक करते हुए तीन युवकों को पकड़ा है। मुखबिर की सूचना पर शनिवार देर रात पकड़े गए युवकों से 11 हजार रुपये से अधिक कीमत के आठ टिकट बरामद हुए हैं। आरोपित दोगुनी कीमत पर टिकट ब्लैक कर रहे थे। फिलहाल क्राइम ब्रांच ने पकड़े गए युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनसे पूछताछ कर रही है।