गुवाहाटी (हिंस) । असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) ने आज गुवाहाटी में एक बड़े विरोध- प्रदर्शन का आयोजन किया। कांग्रेस के जनता भवन घेराव कार्यक्रम में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भूपेन बोरा के नेतृत्व में और युवा कांग्रेस के सहयोग से कांग्रेस ने यह विरोध-प्रदर्शन किया। दिसपुर स्थित मानवेंद्र शर्मा भवन की ओर बढ़ते प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया। इस दौरान, भूपेन बोरा, पूर्व अध्यक्ष रिपुन बोरा और कई वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में निकले इस विरोध मार्च को पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए रोकने की कोशिश की। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस और धक्का-मुक्की हुई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अवरोध को तोड़कर सचिवालय (जनता भवन) की ओर बढ़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए एपीसीसी के अध्यक्ष भूपेन बोरा, पूर्व अध्यक्ष रिपुन बोरा, सोशल मीडिया प्रमुख रातुल कलिता और विधायक दिगंत बर्मन सहित कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, भूपेन बोरा को काहिलीपाड़ा स्थित 10वीं असम पुलिस बटालियन में रखा गया, जबकि रिपुन बोरा और अन्य नेताओं को बशिष्ठ थाने ले जाया गया। कांग्रेस ने पुलिस की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। पार्टी ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों के खिलाफ बताया। गौरतलब है कि बुधवार को कांग्रेस के द्वारा राजभवन घेराव कार्यक्रम में प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की में युवा अधिवक्ता एवं कांग्रेस नेता मृदुल इस्लाम की जान चली गई थी। वह पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जीएमसीएच) में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। मृदुल इस्लाम कांग्रेस के कानूनी प्रकोष्ठ के सदस्य थे।