मुम्बई सिटी एफसी और केरला ब्लास्टर्स एफसी आज शाम मुम्बई फुटबॉल एरिना में एक रोमांचक मुकाबले के लिए तैयार हैं। ओडिशा एफसी के खिलाफ पिछला मैच ड्रॉ खेलने के बाद मुम्बई वापसी के लिए दृढ़ संकल्प हैं जबकि ब्लास्टर्स का लक्ष्य लगातार दूसरी हार से बचना होगा । मुम्बई हाल ही में विपक्षी डिफेंस को भेदने के लिए जूझ रहे हैं, अपने पिछले दो घरेलू मैचों में से केवल एक गोल कर पाए हैं। लिहाजा, मुम्बई अपने आक्रामक फॉर्म पाने के लिए उत्सुक होंगे । मुम्बई सिटी एफसी प्रति मैच 2.6 बड़े मौके बनाती है (आईएसएल में दूसरा सबसे अधिक), लेकिन अपने मौकों को गोल में बदलने की उनकी दर सबसे कम 15.4 प्रतिशत है। यह मुकाबला उनके फिनिशिंग कौशल की परीक्षा होगा । स्टर्स लगातार 10 मैचों में क्लीन शीट नहीं रख पाए हैं, इस अनचाहे सिलसिले को समाप्त करना चाहेंगे। मुम्बई के घरेलू लाभ और स्कोरिंग क्षमता उनकी डिफेंस की परीक्षा लेगी। ब्लास्टर्स बॉक्स के अंदर से 63.4 प्रतिशत शॉट लगाते हैं और उनके हमलों की कमान नौहा सदौई के हाथों में होगी । चुकी हैं, जिनमें से आइलैंडर्स ने नौ मैच जीते हैं जबकि ब्लास्टर्स को पांच जीत मिली है। छह मैच ड्रा रहे हैं । स्वीडिश हेड कोच मिकेल स्टाहरे का मानना है कि टीम सही रास्ते पर हैं। वह व्यक्तिगत गलतियों से बचने पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं, जो हाल के दिनों में टीम को परेशान कर रही हैं। उन्होंने कहा, बेंगलुरू एफसी से घर पर हार के बाद हर कोई बहुत निराश था, लेकिन टीम को फिर से संगठित करना मुश्किल नहीं था। हम जानते हैं कि आगामी मैच कठिन होगा लेकिन हम ऊर्जावान और आशावादी हैं। मुझे लगता है कि हम सही रास्ते पर हैं, हालांकि हार वास्तव में दर्दनाक थी, लेकिन फुटबॉल में कभी-कभी ऐसा होता है। हमने व्यक्तिगत गलतियां कीं और वे फुटबॉल का हिस्सा हैं, लेकिन गलतियों से आईएसएल में ये दोनों टीमें 20 बार भिड़ सीखना महत्वपूर्ण है ।