गुवाहाटी (हि.स.)। केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने सोमवार को पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए 50 करोड़ रुपए की लागत से 50 मत्स्य पालन परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर असम के दरंग जिले में एकीकृत एक्वा पार्क की स्थापना की घोषणा भी हुई, जो हर साल 150 मीट्रिक टन मछली का उत्पादन करेगा, जिससे 10-15 करोड़ रुपए का राजस्व मिलेगा। साथ ही, कामरूप जिले में एक बड़ी फिश फीड प्लांट और विभिन्न जिलों में हैचरियों की स्थापना की जाएगी। मणिपुर में इंफाल और थौबल जिलों में बर्फ संयंत्र और कोल्ड स्टोरेज इकाइयों की स्थापना होगी। मेघालय में ईस्ट खासी हिल्स में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मनोरंजक मत्स्य पालन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम में भी आधुनिक मत्स्य पालन परियोजनाओं के माध्यम से स्थानीय रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत इन परियोजनाओं का उद्देश्य मछली पालन के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, उत्पादन बढ़ाना और रोजगार के अवसर उत्पन्न करना है। पूर्वोत्तर क्षेत्र में मछली उत्पादन 2014-15 में 4.03 लाख टन से बढ़कर 2023-24 में 6.41 लाख टन हो गया है। यह क्षेत्र भारत के नीली अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।