मणिपुर की कुकी- जो महिलाओं ने कांगपोकपी से असम राइफल्स को हटाये जाने के विरोध में आज जमकर प्रदर्शन किया। कांगपोकपी में बड़ी संख्या में कुकी-जो महिलाओं ने 22 असम राइफल्स पोस्ट के सामने प्रदर्शन किया और क्षेत्र से अर्धसैनिक बलों की वापसी के फैसले को बदलने की मांग की। उल्लेखनीय है कि 9 सितंबर को स्थानीय ब्रिगेडियर एम थॉमस ग्राउंड में एक सार्वजनिक बैठक में कुकी- जो समुदाय ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि अगर केंद्र असम राइफल्स की जगह सीआरपीएफ को लाने के अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं करता है तो कांगपोकपी जिले में असम राइफल्स के सभी कैंपों को सील कर दिया जाएगा। आज असम राइफल्स को वापस बुलाए जाने की जानकारी मिलने के बाद महिलाएं बैस बहादुर 22 असम राइफल्स पोस्ट पर एकत्र हुईं। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि असम राइफल्स मौजूदा जातीय संघर्षों के दौरान लोगों की जान बचाने में एकमात्र तटस्थ बल रही है। उन्होंने कहा कि असम राइफल्स की अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों की तुलना में विद्रोहियों से निपटने की अधिक क्षमता है। महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि बलों को वापस बुलाया गया तो हिंसा बढ़ सकती है। महिलाओं ने प्रधानमंत्री तथा गृह मंत्रालय को इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने और आगे की हिंसा को रोकने के लिए असम राइफल्स की मौजूदगी महत्वपूर्ण है।