हनुमकोंडा (हैदराबाद ) । तेलंगाना के हनुमकोंडा जिले से अजब – गजब खबर सामने आई है। यहां बीते कुछ दिन से कब्रिस्तान में दफन शवों की खोपड़ियां चोरी हो रही थीं। लोगों के बीच इसे जानकर हड़कंप मच गया। लोग इसे तंत्र-मंत्र से जोड़ने लगे। लेकिन जब इसके पीछे की हकीकत सामने आई तो सभी को रोंगटे खड़े हो गए। एक चोर यह खोपड़ियां चुरा रहा था। उसने पुलिस को बताया कि वो इन खोपड़ियों का कहां और क्या इस्तेमाल करता था । चोर ने कहा- यहां रिवाज है कि मरने के बाद शव के मुंह में सोना डाला जाता था । फिर शव को दफनाया जाता है। मैं खोपड़ियां इसलिए चुराता था ताकि खोपड़यों के मुंह से वो सोना निकाल सकूं। फिर उन्हें बेचकर जो पैसा मिलता मैं उनसे परिवार का भरण पोषण करता था। जब इस बात की पुष्टि हो गई कि चोर सोने के लिए खोपड़ियां चुराता था तो उसे डांट-फटकार लगाकर दोबारा ऐसा न करने की शर्त पर छोड़ दिया गया। मामला भीमाराम कब्रिस्तान का है । यहां कुछ समय से लोगों ने गौर किया कि कब्रिस्तान की मिट्टी उखड़ी होती है। बाद में पाया कि कब्र के अंदर से शव की खोपड़ियां गायब हो रही हैं। लोगों में यह सोचकर भय बैठ गया कि कहीं कोई तंत्र-मंत्र के लिए इन खोपड़ियों को तो नहीं चुरा रहा। चोरी भी रात के समय ही हो रही थी। लोगों ने फिर प्लान बनाया कि कौन ऐसा कर रहा है, उसे रंगेहाथों पकड़ेंगे। कुछ स्थानीय लोग फिर अमावस्या की रात कब्रिस्तान में छुप गए। तभी एक आहट हई । देखा कि एक शख्स कब्रिस्तान में चोरी-छिपे आ रहा है। जैसे ही शख्स ने कब्र खोदना शुरू किया, लोगों ने उसे पकड़ लिया। चोर की खूब पिटाई की। फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस को चोर ने सारा सच बताया। बोला- साहब, मैं बहुत गरीब हूं। मैं सिर्फ शवों के मुंह में डाले सोने को चुराने के लिए खोपड़ियां चुराता था। नई कब्रों को खोदता तो सभी को शक होता। इसलिए पुरानी कब्रों को खोदकर उनकी खोपड़ियां चुराता था, ताकि किसी को भी मुझपर शक न हो।