नई दिल्ली। अरब देश कतर में 8 भारतीयों को गुरुवार को फांसी की सजा सुनाई गई। इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि मौत की सजा के फैसले से हम हैरान हैं। विस्तृत फैसले का इंतजार किया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, ये आठ लोग कतर के अल दहारा कंपनी में काम करते हैं। कतर में आठ महीने पहले भारतीय नैसेनी के 8 पूर्व अधिकारियों को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था । ये गिरफ्तारी पिछले साल सितंबर हुई थी। ये सभी ऑफिसर भारतीय नौसेना में अलग-अलग पोस्ट पर काम कर चुके हैं। उनके ऊपर इजरायल के लिए जासूसी करने का आरोप है। मंत्रालय ने कहा कि हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के संपर्क में हैं और सभी कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं। इस मामले को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं और इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। सभी कांसुलर और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। फैसले को कतर के अधिकारियों के सामने भी उठाएंगे। खबरों के मुताबिक, कतर ने नौसना के पूर्व जवानों पर आरोप लगाया है कि वो सबमरीन प्रोग्राम को लेकर जासूसी कर रहे थे। भारत इनको काउंसलर एक्सेस के जरिए रिहा कराने की कोशिश में लगा हुआ था।