ओला ने भारत का पहला एआई – मॉडल कृत्रिम लॉन्च किया

ओला ने भारत का पहला एआई - मॉडल कृत्रिम लॉन्च किया

ये एआई टूल 22 भारतीय भाषाएं समझ सकता है; चैट जीपीटी, गूगल बार्ड को देगा टक्कर नई दिल्ली। ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल को भारत का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल कृत्रिम लॉन्च किया | ये मॉडल चैट जीपीटी और गूगल के बार्ड को टक्कर देगा | लॉन्च इवेंट 1 के दौरान, अग्रवाल ने कृत्रिम से पावर्ड एआई चैटबॉट दिखाया जो चैटजीपीटी और बार्ड की तरह सवालों के जवाब देता है । यह 22 भारतीय भाषाओं को समझ सकता है और 10 भारतीय भाषाओं में टेक्स्ट तैयार कर सकता है। भाविश अग्रवाल ने बताया कि अभी चैटबोट के लिए साइन अप कर सकते हैं। इसका अर्ली एक्सेस बैचेज में मिलना शुरू हो जाएगा। अगले महीने के आखिर से ये सभी के लिए अवेलेबल होगा। कृत्रिम प्रो अगले साल की शुरुआत में लॉन्च होगा… कृत्रिम दो साइज में आएगा। बेस मॉडल, जिसे 2 ट्रिलियन टोकन और यूनीक डेटासेट पर ट्रेन किया गया है। वहीं लार्जर मॉडल ज्य कॉम्प्लेक्स होगा, जिसका नाम कृत्रिम प्रो है। इसे अगले साल की शुरुआत में लॉन्च किया जाएगा। भारतीय भाषा और डेटा पर बनाया गया है. नया ट्रुल भारत का पहला फुल-स्टैक एआई के रूप में कैटगराइज किया गया है। कंपनी का दावा है कि कृत्रिम स्थानीय भारतीय ज्ञान, भाषाओं और डेटा पर बनाया गया है। अग्रवाल ने इस टूल को सभी के लिए फायदेमंद बताया है। हालांकि अभी ये क्लियर नहीं है कि किस तरह ये टूल काम करेगा और क्या-क्या सुविधाएं आम लोगों को देगा । भाविश ने अप्रैल में बनाई थी एआई कंपनी… भाविश अग्रवाल ने अप्रैल 2023 में कत्रिम एसआई डिजाइन्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी बनाई थी। अग्रवाल के अलावा, कृष्णमूर्ति वेणुगोपाला टेनेटी कंपनी के एकमात्र अन्य डायरेक्टर हैं। दिलचस्प बात यह है कि टेनेटी अग्रवाल की अन्य कंपनियों ओला कैब्स और ओला इलेक्ट्रिक में भी डायरेक्टर हैं। 2022 में चैटजीपीटी को पब्लिकली अनवील किया था… सबसे पहले नवंबर 2022 में दुनिया के लिए चैटजीपीटी अनवील किया था। इस एआई टूल ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। म्यूजिक और पोएट्री लिखने से लेकर निबंध लिखने तक, चैटजीपीटी बहुत सारे काम कर सकता है। यह एक कन्वर्सेशनल एआई है। एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो आपको इंसानों की तरह जवाब देता है। चैटजीपीटी पर आप किस तरह के सवाल पूछ सकते हैं… इससे आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। यानी ईमेल लिखने से लेकर आप इससे बनवा सकते हैं। रील या अपनी वीडियो कैसे वायरल करना है, इसका भी जवाब चैटजीपीटी देता है। वाइफ को क्या गिफ्ट दें, इस पर भी चैटजीपीटी आपको सुझाव देता है। चैटजीपीटी लंबे जवाब की बजाय छोटे और सटीक शब्दों पूरी जानकारी देता है। किसी स्टूडेंट को डेमोक्रेसी पर एसे यानी निबंध लिखना है तो वह तुरंत चैटजीपीटी पर टाइप करेगा । इसके बाद आपके सामने पूरा एसे लिखा हुआ आ जाएगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 21वीं सदी में विकास का सबसे बड़ा टूल बन सकता है और इस सदी को तबाह करने में भी सबसे बड़ी भूमिका निभा सकता है। डीपफेक का चैलेंज आज पूरी दुनिया के सामने है। इसके अलावा आतंकियों के हाथ में द्य टूल्स के आने का भी बहुत बड़ा खतरा है । हमें एआई के इथिकल यूज के लिए मिलकर ग्लोबल फ्रेमवर्क तैयार करना होगा । आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ग्लोबल पार्टनरशिप इवेंट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बात कही। ये इवेंट नई दिल्ली के प्रगति मैदान पर भारत मंडपम में 14 दिसंबर तक चलेगा। समिट-2023 इवेंट के लिए पीएम मोदी ने देश की जनता को इनवाइट किया है। एआई समिट में दुनिया के करीब 28 देश शामिल हुए हैं।

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