एसआईपी खातों के समय से पहले बंद होने की दर 48 फीसदी

एसआईपी खातों के समय से पहले बंद होने की दर 48 फीसदी
एसआईपी खातों के समय से पहले बंद होने की दर 48 फीसदी

घरेलू म्युचुअल फंड उद्योग में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के पंजीकरण में तेजी से वृद्धि के बावजूद एसआईपी खातों को समय से पहले बंद करने की दर भी बढ़ रही है। साल 2023 में 3.48 करोड़ नए एसआईपी पंजीकरण हुए लेकिन 2024 के अंत तक इनमें से केवल 1.82 करोड़ एसआईपी खाते सक्रिय रहे, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि पंजीकरण के दो साल के भीतर लगभग 48 फीसदी एसआईपी खाते बंद हो गए। इसके मुकाबले, 2022 में पंजीकरण हुए 2.57 करोड़ एसआईपी खातों में से 42 फीसदी 2023 के आखिर तक बंद हो गए थे। ये आंकड़े एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया की मासिक रिपोर्ट से प्राप्त हुए हैं। एसआईपी के बारे में उद्योग और निवेश विशेषज्ञों का कहना है कि लंबी अवधि के लिए निवेश करने के लाभ को देखते हुए, 3 साल से अधिक के निवेश को बरकरार रखना आदर्श माना जाता है।

एसआईपी खातों के समय से पहले बंद होने की दर 48 फीसदी
एसआईपी खातों के समय से पहले बंद होने की दर 48 फीसदी