एचआईएल जैसी लीग में खेलने का सपना देखा करती थी : वंदना कटारिया

भारतीय महिला हॉकी टीम में करीब 15 साल के कठिन सफर के बाद, वंदना कटारिया इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनने की कगार पर हैं। क्योंकि वह अगले साल की शुरुआत में उद्घाटन महिला हॉकी इंडिया लीग में श्राची राढ़ बंगाल टाइगर्स के लिए मैदान में उतरने के लिए खुद को तैयार कर रही हैं। वंदना ने हॉकी इंडिया के हवाले से कहा, ‘ हमारे लिए यह बहुत बड़ी बात है कि महिला एचआईएल आखिरकार शुरू हो रही है। शिविर में उत्साह है क्योंकि सभी खिलाड़ी इस अनुभव का आनंद लेने और उच्च स्तर पर हॉकी खेलने के लिए उत्सुक हैं। हम सभी उम्मीद कर रहे हैं कि महिला एचआईएल एक बड़ी सफलता होगी और पुरुषों की एचआईएल जितनी ही चर्चा बटोरेगी और हम बेहद उत्साहित हैं और इसे संभव बनाने के लिए हॉकी इंडिया का जितना धन्यवाद करें, कम है। वंदना भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए 317 मैच खेल चुकी हैं और इस दौरान उन्होंने 158 गोल किए हैं। वह उस टीम का भी अहम हिस्सा थीं, किए हैं। वह उस टीम का भी अहम हिस्सा थीं, जिसने तमाम मुश्किलों के बावजूद टोक्यो 2022 ओलंपिक में चौथा स्थान हासिल किया। फिर भी, एचआईएल में खेलने के विचार ने उनके अंदर जोश भर दिया और वंदना इसका श्रेय एचआईएल के भारतीय पुरुष हॉकी टीम पर पड़ने वाले प्रभाव को देती हैं। वंदना ने बताया, पिछले संस्करणों में, पुरुष टीम को अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ घुलने-मिलने उनके आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाने का मौका मिला और जैसा कि सभी देख सकते हैं, इससे टीम को काफी मदद मिली है और वे अब लगातार पदक जीत रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि इस साल जब महिला एचआईएल चार टीमों के साथ शुरू होगी, तो भी यही प्रभाव होगा। यह उन खिलाड़ियों के लिए एक अच्छा अवसर होगा, जो राष्ट्रीय शिविर में अपनी क्षमता दिखाने और विभिन्न कोचों के मार्गदर्शन में आगे बढ़ने में विफल रहे। इससे भारतीय महिला हॉकी टीम में आने वाली प्रतिभाओं के बेल्ट को मजबूत करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, जब पहले एचआईएल पुरुषों के लिए चल रहा था, तो मैं उन मैचों को देखती थी और सपना देखता थी कि मैं एक दिन इस तरह की लीग में खेलूंगी। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि यह अब हकीकत है और हम लीग शुरू होने में बस एक महीने से ज़्यादा समय दूर हैं। महिला टीम इसे अपनी क्षमता दिखाने के अवसर के रूप में देख रही है। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ खेलने से निस्संदेह हमारे प्रदर्शन और आत्मविश्वास में सुधार होगा। वंदना के अलावा, श्राची रार बंगाल टाइगर्स में उदिता, लालरेमसियामी, ब्यूटी डुंगडुंग, महिमा चौधरी और सुशीला चानू जैसी मजबूत भारतीय कोर है। वह ओलंपिक कांस्य पदक विजेता फियोना क्रैकल्स और ऑस्ट्रेलिया की तीन बार की ओलंपियन ग्रेस स्टीवर्ट के साथ ड्रेसिंग रूम भी साझा करेंगी। उनकी टीम में ज्योति एडुला, मुमुनी दास और लालरिनपुई जैसी कुछ युवा भारतीय संभावनाएँ भी हैं। 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, महिला एचआईएल मेरे लिए अपनी क्षमताओं को दिखाने का एक मौका है ताकि मैं भारतीय टीम में अपनी जगह बनाए रख सकूं, लेकिन एक फॉरवर्ड के रूप में, मैं टीम के सभी खिलाड़ियों के साथ अच्छा तालमेल बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करूंगी। लीग कुछ खिलाड़ियों को उनके खोल से बाहर निकालकर उन्हें अधिक सहज बनाने के लिए भी बाध्य करती है यह अनुभव अंतरराष्ट्रीय और भारतीय दोनों ही तरह के सभी खिलाड़ियों के लिए सुधार के क्षेत्रों पर भी प्रकाश डालेगा। उन साथियों के खिलाफ खेलना भी दिलचस्प होगा जो आपको सालों से जानते हैं और आपकी सभी आदतों से वाकिफ हैं। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम एक अच्छा टीम प्रदर्शन करना चाहेंगे, पूरे सीजन में सुधार करेंगे और लीग जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।

एचआईएल जैसी लीग में खेलने का सपना देखा करती थी : वंदना कटारिया
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