ईरान में एक और महसा अमिनी !: हिजाब नहीं पहनने पर नैतिक पुलिस द्वारा पीटने का आरोप, लड़की की हुई मौत
बेगूसराय, (हि.स.)। बेगूसराय में शनिवार की सुबह एक छात्र को स्कूल बस से उतार कर मारपीट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है । घटना नगर थाना क्षेत्र के कचहरी रोड भी-मार्ट के समीप की है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। इस बीच छात्र को लेकर भागने वाले लोगों ने उसके साथ मारपीट कर स्कूल पहुंचा दिया। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। उसके बाद ही मामले का सही खुलासा हो सकेगा। बताया जा रहा है कि शेरपुर मऊ निवासी चंदन चौधरी अपने बच्चों को लेकर अशोकनगर पोखरिया में रहते हैं। चंदन चौधरी का लड़का साहिल कुमार सेंट पॉल सीनियर सेकेंडरी स्कूल बहदरपुर में नवम वर्ग का छात्र है। प्रत्येक दिन तरह साहिल सुबह सात बजे स्कूल बस पकड़ने के लिए घर से निकला तथा स्कूल के 13 नंबर बस पर सवार हुआ । भी-मार्ट के पास बस पहुंचते ही पुलिस लिखे अपाचे मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों ने बस को रोक लिया।
तेहरान । ईरान में महसा अमिनी की तरह एक और लड़की के वहां की नैतिक पुलिस के हमले में जान गंवाने का आरोप लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिजाब नहीं पहनने पर ईरान की नैतिक पुलिस ने अर्मिता गेरावंद (16 वर्षीय) पर हमला किया था। इस हमले में अर्मिता बुरी तरह घायल हुई और कोमा में चली गई। अब ईरान के सरकारी मीडिया ने बयान जारी कर कहा है कि अर्मिता की मौत हो गई है।
ईरान की नैतिक पुलिस पर लगे आरोप…
रानी मीडिया के अनुसार, दुर्भाग्य से दिमाग में लगी चोट की वजह से पीड़िता कुछ समय से कोमा में थी और अब उसकी मौत हो गई। बीते हफ्ते अर्मिता को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अक्तूबर महीने के शुरुआत में अर्मिता को तेहरान मेट्रो में वहां की नैतिक पुलिस ने हिजाब नहीं पहनने के चलते प्रताड़ित किया था। घटना का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें अर्मिता मेट्रो में बैठते दिख रही है और कुछ ही देर बाद अर्मिता के साथ की लड़कियां और अन्य महिलाओं ने उसे बेहोशी की हालत में मेट्रो से उतारा। कुर्द लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले एक संगठन ने आरोप लगाया था कि अर्मिता को ईरान की नैतिक पुलिस ने हिजाब ना पहनने के लिए पीटा था, जिसमें अर्मिता बेहोश हो गई थी ।
महसा अमिनी की मौत से दहला था ई....
हालांकि अर्मिता के परिजनों ने नैतिक पुलिस द्वारा पिटाई की बात से इनकार किया था। बता दें कि बीते साल भी ईरान की नैतिक पुलिस के हमले में महसा अमिनी नामक युवती की मौत हो गई थी। महसा अमिनी की मौत के बाद पूरे ईरान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे । इन विरोध प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग मारे गए और कई लोगों को फांसी की सजा दी गई । पूरी दुनिया में आलोचना के बावजूद ईरान की सरकार नया हिजाब विधेयक ले आई, जिसमें हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया गया और नियमों के उल्लंघन पर कड़ी सजा के प्रावधान किए गए ।