हृदय रोग या स्ट्रोक के कई कारण होते हैं । इसमें हमारे जींस तथा लिंग एक बड़ी भूमिका अदा करते हैं लेकिन अधिकांश के लिए वे जो खाते हैं वह महत्वपूर्ण है। अच्छी खबर यह है कि अपनी डाइट में कुछ छोटे-छोटे परिवर्तन करके आप कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं, जिससे हृदय रोग तथा स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।
■ कम फैट वाले दुग्ध उत्पादों का सेवन करें। ऐसे डेयरी उत्पादों से बचें जिनमें होल मिल्क या क्रीम शामिल हो। इसके विपरीत कम फैट वाले या बिना फैट वाले दुग्ध उत्पादों का सेवन करें। कम फैट वाले स्नैक्स जैसे घर पर बने पॉपकार्न, गाजर, ड्राईफ्रूट्स या ताजा फलों का सेवन करें। ■ स्टोर से खरीदे गए बेकरी उत्पादों के सेवन से
बचें, जब तक कि उनमें सैचुरेटिड फैट्स कम न हो और वे ट्रांसफैट्स से रहित न हों । मक्खन या मार्गारीन की बजाय तरल कुकिंग ऑयल्स का इस्तेमाल करें। नस्टिक पैन्स का इस्तेमाल करें। ■ अपने भोजन को फ्राई करने की बजाय इसे बेक, रोस्ट या स्टीम करें। पाम तथा कोकोनट ऑयल्स का प्रयोग न करें । अधिकतर वनस्पति तेल अनसैचुरेटिड होते हैं, लेकिन इन दोनों में अधिक सैचुरेटिड फैट्स
मौजूद होती है। इनकी बजाय आप कैनोला, सनफ्लावर, कार्न फ्लावर, सोयाबीन, ऑलिव या पीनट ऑयल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
■ ऐसे खाद्यों पर जोर दें, जिनमें कॉम्प्लैक्स कार्बोहाइड्रेट्स मौजूद हों। जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां तथा मटर। इनमें कैलोरीका कम होती हैं और फाइबर उच्च मात्रा में होता है।
■ अपने हृदय की रक्षा करने के लिए प्रचुर मात्रा में फलों तथा सब्जियों का सेवन करें। ■ हृदय रोगों का खतरा कम करने में मेवे भी बढ़िया भूमिका अदा करते हैं। ये स्वस्थकर प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं। इनका सेवन ध्यान से करें, क्योंकि इनमें कैलोरीका बहुत होती हैं। इनके अधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है।