इजरायली नागरिकों की सुरक्षित रिहाई के लिए हमास के खिलाफ आईडीएफ का अभियान जारी
- हमास के खिलाफ जल, थल और वायु तीनों स्तर इजराइल की कार्रवाई
यरुशलम, 14 नवंबर (हि.स.)। हमास द्वारा बंधक 239 इजराइली नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए इजराइल ने हमले को तेज करने के साथ गाजा में कार्रवाई और तेज कर दी है। इजरायली टैंक सोमवार को गाजा शहर के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा के गेट के बाहर पहुंचने के साथ ही हमास आतंकियों से लड़ाई जारी है। इससे मानवीय संकट भी गहराता जा रहा है। अस्पताल के अंदर दर्जनों बच्चों सहित सैंकड़ों मरीज बिना बिजली-पानी के फंसे हुए हैं।
इजराइल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के प्रवक्ता, लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेचट ने सोमवार को कहा कि इजराइल सेना 239 बंधक इजराइलियों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने के लिए गाजा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि युद्ध में थल, वायु और नौसेना तीनों प्रकार की सेनाओं का संयोजन मैं कर रहा हूं। इसके साथ ही गाजा में हमास के खिलाफ आईडीएफ का अभियान जारी है। हम सटीक खुफिया जानकारी के साथ भूमि, वायु और नौसेना बलों का संयोजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आईडीएफ ने हमास के हमलों का मुकाबला किया, उन्हें नियंत्रित किया और अब हम उनके ठिकानों को नष्ट कर उनका काम तमाम कर रहे हैं। हम वर्तमान में उत्तरी गाजा में शाती क्षेत्र में काम कर रहे हैं। मैं स्पष्ट कर दूं कि हमारा युद्ध हमास के साथ है। यह गाजा के लोगों के साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से, हमने शती के लोगों से बार-बार क्षेत्र छोड़ने के लिए कहा है।
इधर इजरायली सेना ने कहा है कि लोगों को उत्तर से दक्षिण गाजा जाने के लिए सुरक्षित गलियारा उपलब्ध कराने को तैयार हैं, जबकि फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल के चारों ओर भारी फायरिंग हो रही है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि ऐसा लगता है कि अल शिफा अस्पताल से हजारों लोग भाग गए हैं, लेकिन सैंकड़ों लोग अब भी फंसे हुए हैं। अब तक तीन बच्चों और चार अन्य मरीजों की मौत हो चुकी है और अन्य पर मौत का संकट मंडरा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबियस ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि अल शिफा अस्पताल तीन दिनों से पानी के बिना है और अब उसने अस्पताल के रूप में काम करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ का संपर्क अस्पताल से कट गया है।
वहीं, इजरायल ने दावा किया कि अस्पताल इसका एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि आतंकी अस्पताल को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। बिना कोई साक्ष्य देते हुए दावा किया कि आतंकियों के पास अस्पताल परिसर के अंदर और नीचे एक कमांड सेंटर और अन्य सैन्य बुनियादी ढांचे मौजूद हैं। हालांकि, हमास और अस्पताल कर्मचारी इन आरोपों से इनकार करते हैं। वहीं, हमास के दो अधिकारियों ने बंधकों और कैदियों की रिहाई के संबंध में इजरायल के साथ बातचीत को निलंबित करने से इनकार किया है।
यूरोपीय संघ के 27 देशों ने संयुक्त रूप से इजरायल के खिलाफ युद्ध में अस्पतालों और नागरिकों को 'मानव ढाल' के रूप में इस्तेमाल करने के लिए हमास की निंदा की है। यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने सोमवार को कहा कि हमने इजरायल से अधिकतम संयम बरतने को कहा है। लेबनान-इजरायल सीमा पर ईरान समर्थित आतंकी समूह हिजबुल्ला और इजरायली सेना के बीच झड़पें तेज होती जा रही हैं, जिससे युद्ध के विस्तार का खतरा बढ़ता जा रहा है। इजरायल सेना और बचाव सेवाओं ने कहा कि रविवार रात लेबनान के हिजबुल्ला समूह के हमलों में सात इजरायली सैनिक और 10 अन्य लोग घायल हो गए।