यूरो- मेड ह्यूमन राइट्स मॉनिटर ने कहा कि इजराइल गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार के साथ चिकित्सा टीमों को निशाना बना रहा है। इजराइल लगातार बमबारी कर रहा है। यूरो-मेड ह्यूमन राइट्स मॉनिटर ने आज दोपहर एक्स हैंडल पोस्ट में फोटो और विवरण साझा किया है। यूरो- मेड मॉनिटर ने संयुक्त राष्ट्र और सभी देशों से दखल देने की मांग की है। यूरो- मेड के अनुसार, इजराइली सेना ने गुरुवार को डॉ. सईद जोदा को निशाना बनाया। वह मरीजों का इलाज करने कमाल अदवान अस्पताल से अल-अवदा अस्पताल जा रहे थे। उन पर गोली चलाई गई। यह जानते हुए कि वह उत्तरी गाजा पट्टी में एकमात्र आर्थोपेडिक चिकित्सक थे । इजराइल ने पिछले 10 दिन में 20 से अधिक बार बेइत लाहिया परियोजना में स्थित कमल अदवान अस्पताल पर हमला किया है। हमले में कई मरीज, चिकित्सा कर्मी और उनके साथी घायल हो गए हैं। इससे पहले आठ दिसंबर को एक इजराइली ड्रोन ने कमाल अदवान क्षेत्र में काम करने वाले एक अर्धसैनिक अली अल-करा को निशाना बनाया और मार डाला। इस हालात में हजारों निवासियों को चिकित्सा देखभाल प्रदान करना बेहद मुश्किल हो गया है। -मेड मॉनिटर ने दावा किया है कि सात अक्टूबर, 2023 से अब तक मारे गए फिलिस्तीनी चिकित्सा कर्मियों की संख्या 1,057 है। इजराइली हमले में 135 से अधिक वैज्ञानिक और शिक्षाविद् भी मारे गए हैं।