आर्य समाज ने महाशिवरात्रि को ऋषिबोधोत्सव के रूप में मनाया

आर्य समाज ने महाशिवरात्रि को ऋषिबोधोत्सव के रूप में मनाया
आर्य समाज ने महाशिवरात्रि को ऋषिबोधोत्सव के रूप में मनाया

 रांची, (हि.स.)। रांची अपर बाजार के श्रद्धानंद पथ स्थित आर्य समाज मंदिर में बुधवार को महाशिवरात्रि के पर्व को ऋषिबोधोत्सव के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आर्य समाज ने डीएवी विद्यालयों के शिक्षकों से मिलकर सामूहिक रूप से वैदिक विधि-विधान के अनुसार हवन किया । इससे पूरा वातावरण वैदिक मंत्रों और आस्था की ऊर्जा से गुंजायमान हो उठा। इसके बाद सभागार में महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवन, उनके संघर्ष और वैदिक सिद्धांतों को दशार्ने वाले भजनों की प्रस्तुति दी गई। मौके पर श्रद्धालुओं महर्षि दयानंद सरस्वती के आदर्शों और उनके समाज सुधारक योगदान से लोगों को परिचित कराया। आर्य समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने समाज में व्याप्त अंधविश्वास, पाखंड और कुरीतियों के विरुद्ध संघर्ष किया और वैदिक ज्ञान के प्रचार-प्रसार का मार्ग प्रशस्त किया इसलिए महाशिवरात्रि का पर्व आर्य समाज में केवल पारंपि रक रूप से नहीं, बल्कि ऋषिबोधोत्सव के रूप में उनके योगदान को स्मरण करने के लिए मनाया जाता है। उपस्थित सभी सदस्यों ने महर्षि दयानंद के आदर्शों पर चलने और समाज में वैदिक मूल्यों को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर आर्य समाज संरक्षक एसएल गुप्ता, आर्य समाज के प्रधान राजेन्द्र आर्य, अजय आर्य, डीएवी पब्लिक स्कूल हेहल के प्राचार्य एसके मिश्रा सहित अन्य शामिल थे।

आर्य समाज ने महाशिवरात्रि को ऋषिबोधोत्सव के रूप में मनाया
आर्य समाज ने महाशिवरात्रि को ऋषिबोधोत्सव के रूप में मनाया