आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कामकाजी महिलाएं हों या गृहिणियां हमेशा अपने स्वास्थ्य को इग्नोर करती हैं. वे दिन भर इतनी व्यस्त रहती हैं कि उन्हें खुद पर ध्यान देने का मौका ही नहीं मिलता. कई बार उन्हें थकान महसूस होती है, मगर ज्यादा काम का बहाना बना कर वे उसे नजरअंदाज कर देती हैं. जबकि अकसर थकान का आभास होना शरीर में आयरन की कमी होने का संकेत होता है. यदि ज्यादा समय तक इस स्थिति को नजरअंदाज किया जाए तो धीरे धीरे शरीर में खून की कमी होने लगती है और महिलाएं ऐनीमिया से ग्रस्त हो जाती हैं. उन के हीमोग्लोबिन का स्तर नीचे चला जाता है. ऐसे में छोटी से छोटी बीमारी से भी उन्हें बचाना मुश्किल हो जाता है. शरीर को चुस्त दुरुस्त रखने में आयरन की खास भूमिका है. असल में हीमोग्लोबिन के सबसे जरूरी घटक के रूप में आयरन पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है. शरीर के हर सेल को एनर्जी पाने के लिए ऑक्सीजन की जरुरत होती है और सेल्स की यह जरुरत पूरी करने में आयरन मदद करता है. आयरन के बिना शरीर थका और सुस्त सा रहता है। आयरन महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हीमोग्लोबिन बनाने के लिए जरूरी है. आहार से पर्याप्त आयरन न मिलने से ऐनीमिया हो सकता है. इसे आयरन की कमी वाला ऐनीमिया कहा जाता है. इसलिये शरीर में आयरन की कमी का पूर्वानुमान व निदान आवश्यक होता है.