जय शाह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नए चेयरमैन बन गये हैं पर उनके लिए राह आसान नहीं रहेगी। जय शाह को एक दिसंबर से आईसीसी चेयरमैन की जिम्मेदारी संभालनी होगी। इसके बाद उनके सामने सबसे कठिन चुनौती अगले साल पाकिस्तान में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी का आयोजन रहेगी। उनके आईसीसी प्रमुख रहते हुए पाक क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने की मांग करेगी। वहीं पाक के राजनीतिक हालातों को देखते हुए भारतीय टीम के पाक जाने की कोई संभावना नहीं है ।
अगर भारत सुरक्षा कारणों से अपनी टीम पाक भेजने से इंकार करता है और बाकी टीमें वहां आने को तैयार हैं, तो फिर यह मामला आईसीसी के पास जाएगा। ऐसे में पीसीबी आईसीसी से भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की शिकायत करेगा। तब शाह को तटस्थ रहते हुए इस पर अपना फैसला देना होगा जो आसान नहीं रहेगा । जय शाह बीसीसीआई सचिव के साथ-साथ एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के चेयरमैन भी रहे हैं । एसीसी चेयरमैन रहते हुए उन्होंने एशिया कप 2023 की मेजबानी के लिए हाइब्रिड मॉडल का समर्थन किया था ।इसके चलते पाक को अपनी मेजबानी के कुछ मैच श्रीलंका की सह मेजबानी में कराने पड़े थे । अब यह देखना होगा कि जय शाह आईसीसी चेयरमैन के तौर पर इस बार हालातों का किस प्रकार सामना करते हैं । चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन भी हाइब्रिड मॉडल में ही होने की संभावना है। इस मॉडल के तहत टूर्नामेंट का मेजबान पाकिस्तान ही रहेगा पर भारतीय टीम के मैच किसी अन्य स्थल पर होंगे ।