
गुवाहाटी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि उनकी कंपनी अगले पांच साल में असम में पांच अलग-अलग क्षेत्रों में 50,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। एडवांटेज असम व्यापार शिखर सम्मेलन में अंबानी ने कहा कि यह पैसा असम को प्रौद्योगिकी और कृत्रिम मेधा (एआई) के लिए तैयार करने के लिए निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2018 के निवेश शिखर सम्मेलन में मैंने 5,000 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की थी । तब से निवेश 12,000 करोड़ रुपए को पार कर गया है। यह राशि चौगुनी हो जाएगी और हम अगले पांच वर्ष में 50,000 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। अंबानी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में यह राशि लगाई जाएगी, उनमें हरित व परमाणु ऊर्जा, खाद्य व गैर-खाद्य उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला और रिलायंस के खुदरा स्टोर का विस्तार शामिल है। पूर्वोत्तर के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जोर के बारे में अंबानी ने कहा कि आपने (मोदी) असम और शेष पूर्वोत्तर को भारत के विकास के नक्शे के केंद्र में ला दिया है । आपने खुद इस क्षेत्र का 70 से अधिक बार दौरा किया है – अतीत में किसी भी अन्य प्रधानमंत्री की तुलना में अधिक । मुंबई में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के साथ अपनी बैठक को याद करते हुए अंबानी ने कहा कि मुख्यमंत्री की बातों ने उन्हें आश्वस्त किया कि असम का भविष्य साहसिक और असाधारण है। उन्होंने आगे कहा किमैंने खुद से कहा कि जब असम अपने लिए इतना महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित कर रहा है, तो उद्योग में रिलायंस कैसे पीछे रह सकती है ? असम में भविष्य के निवेश के पांच क्षेत्रों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि रिलायंस की पहली प्राथमिकता असम को तकनीक और एआई के लिहाज से तैयार करना है। अंबानी ने कहा कि कंपनी की दूसरी प्राथमिकता असम को परमाणु ऊर्जा सहित स्वच्छ और हरित ऊर्जा का केंद्र बनाना है। रिलायंस समूह की तीसरी निवेश प्राथमिकता असम को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में उपभोक्ता उत्पादों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता बनने में मदद करना है । चौथी प्राथमिकता के रूप में रिलायंस राज्य में अपने खुदरा कारोबार का विस्तार करेगी। उन्होंने कहा किहमारी पांचवीं प्राथमिकता असम में उच्च श्रेणी के होटल और आतिथ्य अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है। रिलायंस असम में एक शानदार सात सितारा होटल बनाएगी ।
