असम में परिवहन नेटवर्क पर तीन लाख करोड़ के निवेश की योजना की योजना : गडकरी

असम में परिवहन नेटवर्क पर तीन लाख करोड़ के निवेश की योजना की योजना : गडकरी
असम में परिवहन नेटवर्क पर तीन लाख करोड़ के निवेश की योजना की योजना : गडकरी

नई दिल्ली (हि.स.)। केंद्र सरकार असम में राष्ट्रीय राजमार्ग की परियोजनाओं पर शिद्दत के साथ काम कर रही है। सरकार असम में तीन लाख करोड़ रुपए निवेश करने की योजना बना रही है। गुवाहाटी की रिंग रोड दिसंबर, 2027 तक पूरी हो जाएगी। इसके निर्माण पर 5,800 करोड़ रुपए की लागत आएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सवालों का जवाब देते हुए बताया कि राज्य में परिवहन नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए सड़कें, पुल और सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। उनके मंत्रालय के पास सड़क परियोजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं है । उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि ये सारी सड़कें बनाने के बाद हम असम के राष्ट्रीय राजमार्ग को अमेरिका के बराबर बना देंगे। उन्होंने कहा कि रिंग रोड के अलावा सरकार ब्रह्मपुत्र नदी के नीचे डिब्रूगढ़ में 12,000 करोड़ रुपए की लागत से एक सुरंग बना रही है, जिसे मंजूरी मिलने की प्रक्रिया चल रही है। असम में हाइवे नेटवर्क से पूरा परिदृश्य बदल जाएगा। इससे राज्य में जहां निवेश आएगा, वहीं रोजगार सृजन और समृद्धि भी बढ़ेगी। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के ऊपर एलिवेटेड राजमार्ग के बारे में उन्होंने कहा कि इसके लिए धन की कोई कमी नहीं है। कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने भी गडकरी से अनुरोध किया कि उनका जन्म हरियाणा के तिथाना गांव में हुआ और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भी वहीं से प्राप्त की, इसलिए इस क्षेत्र को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने पर विचार करें। इससे दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को बहुत लाभ होगा । सभापति के इस अनुरोध पर भी गडकरी ने अत्यंत सकारात्मक प्रतिक्रिया दी । सदन में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा गुलबर्गा – बेंगलुरु के बीच कनेक्टिविटी के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में गडकरी ने कहा कि मोदी सरकार ने 2014 से कर्नाटक में बहुत काम किया है। गडकरी ने खरगे को आश्वस्त किया कि वे उन्हें कर्नाटक में किए जाने वाले कामों की सूची उपलब्ध कराएं तो वे इस पर गौर करेंगे। हालांकि, कर्नाटक में भूमि अधिग्रहण और पर्यावरण मंजूरी में समस्या रही है । अल्फा ने असम में … सरकार के बिहार दिवस मनाने के फैसले का विरोध करते हैं। असम में बिहार दिवस मनाने का कोई मतलब नहीं है । हमने बिहार में असम दिवस मनाते नहीं देखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हिंदी भाषी लोगों के वोट हासिल करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। केंद्र द्वारा नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को लागू करने और विरोध प्रदर्शनों के दौरान असम में पांच लोगों की मौत का जिक्र करते हुए गोगोई ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने इस मुद्दे को कमतर करके एक बार फिर असमियों का अपमान करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि मैं असम के मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि असम में बिहार दिवस मनाने की कोई जरूरत नहीं है। हालांकि, शर्मा ने इसका विरोध करने वालों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ऐसी मानसिकता के कारण ही लंबे समय तक असम में उद्योग नहीं आए। शर्मा ने कहा कि कई लोगों ने पूछा है कि क्या असम दिवस बाहर भी मनाया जाता है । मैं कहना चाहता हूं कि आजकल हर राज्य में इसे मनाया जाता है। उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और गुजरात अपने राज्यपालों की मौजूदगी में असम दिवस मनाते हैं। अगर बिहार असम दिवस मनाता है और हम बिहार दिवस मनाते हैं, तो इससे आपसी समझ और मजबूत होगी । इसलिए इस पर राजनीति करने का कोई मतलब नहीं है । असम के मुख्यमंत्री ने पूछा कि अगर यह संदेश जाएगा कि असम बिहारियों, मारवाड़ियों, गुजरातियों, तमिलों के खिलाफ है, तो असम के युवाओं को बाहर नौकरी कैसे मिलेगी ? तिनसुकिया एक व्यापारिक शहर है, जहां हिंदी भाषी लोगों की बड़ी आबादी है। पूर्वी असम या ऊपरी असम भाजपा का गढ़ है । इस क्षेत्र की कई विधानसभा सीटें वर्तमान में पार्टी के पास हैं। लोकसभा चुनाव में जोरहाट सीट से कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की जीत के बाद आगामी विधानसभा चुनावों में यह चुनौती सामने आई है।

असम में परिवहन नेटवर्क पर तीन लाख करोड़ के निवेश की योजना की योजना : गडकरी
असम में परिवहन नेटवर्क पर तीन लाख करोड़ के निवेश की योजना की योजना : गडकरी
Skip to content