गुवाहाटी । असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने बुधवार को बताया कि एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़कर उसके देश वापस भेज दिया गया है। सीएम सरमा ने कहा कि असम पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक को अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था । उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि असम पुलिस द्वारा एक और सतर्क कदम उठाते हुए एक बांग्लादेशी नागरिक को बॉर्डर पर रोका गया और 1-45 बजे बांग्लादेश वापस भेज दिया गया। हमारी सेनाएं सीमा पर हाई अलर्ट पर हैं और हम भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ के किसी भी प्रयास को रोकेंगे। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश से घुसपैठ के प्रयास बढ़े हैं और घुसपैठियों के कदमों को विफल करने के लिए सुरक्षाबलों को अतिरिक्त सतर्क किया गया है। इससे पहले उन्होंने बांग्लादेश से घुसपैठ के मुद्दे से निपटने के लिए कई घोषणाएं की थी। हालांकि, राज्य में बीते कुछ समय में घुसपैठ की घटनाओं में इजाफा हुआ है। सीएम सरमा ने डेटा साझा करते हुए कहा कि इस साल जनवरी से अब तक कुल 54 अवैध प्रवासियों का पता चला है, जिनमें से 48 करीमगंज, 4 बोंगाईगांव और एक – एक दीमा हसाओ और धुबरी जिले में मिले हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से 45 लोगों को सफलतापूर्वक उनके मूल देश वापस भेजा गया, जबकि नौ लोगों को करीमगंज में गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा राज्य के ऊपरी असम और उत्तरी असम जिलों में संदिग्ध गैर-भारतीय नागरिकों और विदेशी मूल के व्यक्तियों की रिपोर्ट मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे व्यक्तियों का पता लगाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरा है। उन्होंने यह भी कहा कि असम पुलिस को अवैध प्रवासियों की आवाजाही पर अंकुश लगाने, साथ ही उनका पता लगाकर वापस भेजने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इससे पहले असम पुलिस ने सोमवार को बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ के एक और प्रयास को नाकाम कर दिया था। सुरक्षाकर्मियों ने पड़ोसी देश के दो लोगों को गिरफ्तार कर वापस भेज दिया था। दोनों लोगों की पहचान शहादत हुसैन और प्रियंका के रूप में हुई है। उनकी गिरफ्तारी भारत-बांग्लादेश सीमा पर करीमगंज जिले से हुई थी।