गुवाहाटी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि लगभग 800 करोड़ रुपए की लागत से राज्यभर के 129 बीलों (जलाशयों) को पुनर्जीवित करने की परियोजना असम सरकार शुरू कर रही है। एशियन डेवलपमेंट बैंक के सहयोग से शुरू की जा रही इस परियोजना से मछली उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और इससे जल प्रबंधन में भी सुधार होगा। मुख्यमंत्री ने शनिवार को मीडिया को बताया कि सस्टेनेबल वेटलैंड एंड इंटीग्रेटेड फिशरीज ट्रांसफॉर्मेशन (एसडब्ल्यूआईएफटी) नामक इस परियोजना को लगभग चार हजार हेक्टेयर भूमि पर बील में मत्स्य पालन सुनिश्चित करने के लिए इसे डिजाइन किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना न केवल इन आवश्यक पारिस्थितिकी तंत्रों को पुनर्जीवित करेगी, बल्कि देशी मछली उत्पादन को भी पर्याप्त बढ़ावा देगी। हमारा लक्ष्य इन बीलों की जल भंडारण क्षमता को बढ़ाना और देशी मछली प्रजातियों के प्रभावी संरक्षण और प्रबंधन को लागू करना है। स्विफ्ट परियोजना का उद्देश्य चार हजार हेक्टेयर भूमि पर स्थित बीलों में मत्स्य पालन को पुनर्स्थापित करना है, जिससे प्रति हेक्टेयर सालाना 12 क्विंटल अतिरिक्त मछली का उत्पादन होने का अनुमान है। मछली उत्पादन में यह वृद्धि स्थानीय अर्थव्यवस्था और क्षेत्र के समुदायों के लिए खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगी, जो अपनी आजीविका के लिए इन संसाधनों पर निर्भर करते हैं। मछली उत्पादन बढ़ाने के अलावा, परियोजना जल भंडारण क्षमताओं में सुधार करने और संसाधन प्रबंधन में स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।