
बीजिंग। चीन ने अमेरिका के नए टैरिफ को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के नियमों का उल्लंघन और वैश्विक व्यापार प्रणाली को कमजोर करने वाला करार देते हुए वाशिंगटन से इन्हें तुरंत हटाने की मांग की है। मंगलवार को चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने यह बयान जारी किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर अमेरिका में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में विफल होने का आरोप लगाते हुए चीन से आयातित वस्तुओं पर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के बयान में कहा गया कि अमेरिका के ये एकतरफा टैरिफ डब्ल्यूटीओ नियमों का उल्लंघन करते हैं और वैश्विक व्यापार प्रणाली को कमजोर करते हैं । इससे अमेरिका को तो कोई समाधान नहीं मिलेगा, बल्कि चीन- अमेरिका व्यापार और वैश्विक आर्थिक संतुलन को भी नुकसान पहुंचेगा। चीन ने अमेरिका से अन्य देशों के अधिकारों और हितों का सम्मान करने की अपील की है और कहा कि टैरिफ बढ़ाने जैसे अनुचित उपाय अमेरिका को भी नुकसान पहुंचाएंगे। वाशिंगटन को अपने एकतरफा फैसले तुरंत वापस लेने चाहिए। यूक्रेनी संसद ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति पहल का स्वागत किया है। संसद ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन के लोग शांति चाहते हैं और उन्हें विश्वास है कि ट्रंप की भूमिका युद्ध समाप्त करने और स्थायी शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण होगी। संसद ने अमेरिका के सहयोग को यूक्रेन की सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए अहम बताया और कहा कि वाशिंगटन के साथ खनिज संसाधनों की खोज में साझेदारी बढ़ाने की जरूरत है । वाशिंगटन में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और डोनाल्ड ट्रंप के बीच वार्ता विवादों के कारण विफल रही। रिपोर्ट के मुताबिक, जेलेंस्की अमेरिकी मदद के प्रति पर्याप्त कृतज्ञता नहीं दिखा सके जिससे व्हाइट हाउस में उनका व्यवहार विवादास्पद हो गया। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल ने ट्रंप से समझौते की अपील की लेकिन ट्रंप नाराज होकर बैठक से बाहर चले गए। दुर्लभ खनिजों पर सहयोग और संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस पर समाप्त होनी थी लेकिन कहासुनी के कारण ट्रंप ने समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। जब तक जेलेंस्की शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं होंगे, तब तक उन्हें व्हाइट हाउस में आमंत्रित नहीं किया जाएगा।
