अब लाहौर से दिखाई देगा भारत का तिरंगा : गडकरी

अब लाहौर से दिखाई देगा भारत का तिरंगा : गडकरी

चंडीगढ़। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गुरूवार को पंजाब के दौरे पर पहुंचे। नितिन गडकरी ने अटारी बाघा बॉर्डर पर देश का सबसे ऊंचे तिरंगा फहराया। अटारी सीमा पर सबसे ऊंचा झंडा यहां लगाया है। ये राष्ट्रभक्ति के लिए प्रेरणा देने वाली जगह है। उन्होंने जयंती द्वार के सामने स्थापित इस ध्वज पर 305 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इससे पूर्व कर्नाटक में देश का सबसे ऊंचा झंडा लहर रहा है। गडकरी का आज दोपहर अमृतसर पहुंचने पर एयरपोर्ट पर उनका पंजाब के मंत्री कुलदीप धालीवाल और हरभजन सिंह ईटीओ ने स्वागत किया। इसके बाद यहां से गडकरी सीधा श्री दरबार साहिब मत्था टेकने पहुंचे। जिसके बाद वह दिल्ली - कटड़ा नेशनल हाईवे का दौरा करने भी गए। गडकरी ने पंजाब में चल रहे हाईवे प्रोजेक्ट्स की भी जानकारी ली। गडकरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज तो मेरे जीवन का सुनहरा दिन है। मैं पहली बार बाघा बॉर्डर पर आया है। एनएचएआई ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। देश का कहा कि ये जब परेड देखते हैं तो रोमांचित होते हैं। आज उसका अनुभव मुझे मिलेगा। मैंने जिंदगी में बहुत काम किए हैं लेकिन ये सबसे अद्भुत काम है। मैं बहुत खुश हूं। उन्होंने केंद्रीय सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि मैं वीर जवानों का अभिनंदन करूंगा। वो देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। अंत में गडकरी ने भारत माता की जय के नारे के साथ अपनी बात खत्म की । उल्लेखनीय है कि पंजाब में 29 हजार करोड़ रुपए की लागत से पांच ग्रीनफील्ड एवं इकोनॉमिक कॉरिडोर बन रहे हैं। दिल्ली- अमृतसर-कटरा 669 किमी का ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बन रहा है । इसके बनने से दिल्ली से अमृतसर 4 घंटे में और दिल्ली से कटरा 6 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। अभी दिल्ली से कटरा की दूरी 727 किमी है। इसके बनने से 58 किमी की दूरी कम हो जाएगी। दिल्ली में केएमपी से आरंभ होकर हरियाणा में यह एक्सप्रेस-वे 137 किमी बन रहा है। पंजाब में इसकी लंबाई 399 किमी है, जिसमें 296 किमी का काम शुरु हो गया है। जम्मू कश्मीर में एक्सप्रेस-वे की लंबाई 135 किमी है, जिसमें 120 किमी में काम चल रहा है। पंजाब में यह एक्सप्रेस-वे पटियाला, संगरूर, मलेरकोटला, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, गुरुदासपुर जैसे औद्योगिक क्षेत्र से गुजरेगा। इस कॉरिडोर की एक प्रमुख विशेषता में ब्यास नदी पर एशिया का सबसे लंबा 1300 मीटर लंबा केबल स्टे ब्रिज शामिल है । यह एक्सप्रेस-वे सिख समाज के प्रमुख धार्मिक स्थलों स्वर्ण मंदिर, कपूरथला जिले में सुल्तानपुर लोधी गुरुद्वारा, गोइंदवाल साहिब गुरुद्वारा, खंडूर साहिब गुरुद्वारा, गुरुद्वारा दरबार साहिब (तरनतारन) को जोड़ते हुए माता के दरबार वैष्णो देवी कटरा तक बनेगा । इसके अलावा 1475 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा 50 किमी लंबा 4-लेन अमृतसर बाईपास का कार्य भी प्रगति पथ पर है। इसके बनने से तरनतारन से अमृतसर एयरपोर्ट के लिए बेहतर कनेक्टिविटी हो जाएगी। अमृतसर की ट्रैफिक की समस्या सुलझाने में यह बाईपास कारगर साबित होगा ।

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