
अजमेर (हिंस) । पुष्कर के वकील पुरुषोत्तम जाखेटिया की हत्या के विरोध में आठ मार्च को अजमेर शहर सहित जिले के पुष्कर, नसीराबाद, केकड़ी, ब्यावर आदि शहर बंद रहे । जाखेटिया की मौत सात मार्च को इलाज के दौरान अजमेर के जेएलएन अस्पताल में हो गई थी। दो मार्च की रात को जाखेटिया ने पुष्कर में अपने निवास बाहर बज रहे डीजे का विरोध किया था । इस विरोध से गुस्साए युवकों ने वकील जाखेटिया को इतना बुरी तरह पीटा की 7 मार्च को उनकी मौत हो गई। पुष्कर पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल दस हमलावरों को पकड़ लिया है फिर भी कहते हैं कि मुख्य आरोपी फरार हैं। वकीलों ने बंद को लेकर सुबह से ही शहर में गश्त शुरू कर दी थी। दूध डेयरी भी बंद करा दी गई। वकील सामूहिक रूप से हाथों में लाठी लेकर भी निकले। अजमेर के सिटी स्क्वायर मॉल, मिराज मॉल और अन्य बाजारों में वकीलों ने जमकर तोड़फोड़ की । पुरानी आनासागर चौपाटी के सामने एक प्रतिष्ठान के बाहर मोबाइल से वीडियो बनाने को लेकर कहा सुनी होने पर वकीलों ने युवक को पीट दिया। इसके बाद इतना हंगामा बरपा कि पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा, कलक्टर अजमेर लोक बंधु को भी मौके पर आना पड़ा। इसके अलावा अजमेर के स्टेशन रोड, पड़ाव सब्जीमंडी, नयाबाजार, दरगाह बाजार, धानमंडी आदि विभिन्न इलाकों में वकीलों ने ठेलों से सामान उलट दिए तो दुकानों को जबरन बंद कराया। कुछ एक जगह शराब के ठेके पर जहां लोग मौके पर खड़े शराब पीते देखे गए बंद समर्थक वकीलों ने दुकान पर तोड़फोड़ कर दी और ठेके के सेल्समैन के साथ मारपीट भी की और उसे पकड़ कर घसीटा जिसे बाद में पुलिस ने सुरक्षित बचा कर अपनी गाड़ी में बैठाया। रामगंज पुलिस थाना क्षेत्र में वकीलों ने टैंपों में बैठी सवारियों को उतरवा दिया। सब्जी मंडी की दुकाने बंद करा और तोड़फोड़ भी की। पुलिस कर्मियों ने जहां भी वकीलों को रोकने की कोशिश की वहां उन्हें धक्का मुक्की व झड़प की गई। गौरतलब है कि अजमेर जिले में पिछले एक मार्च को भी बिजयनगर नाबालिग छात्राओं के साथ दुष्कर्म व ब्लैकमेल कांड के विरोध में बंद का किया गया था। इस स्थिति से जल्दी ही दो चार हुई आम जनता को शनिवार को अजमेर बंद नागवार गुजरा। आमजन का कहना रहा कि पुलिस और कानून का काम बंद कराने से बाधित ही होगा ।
