नई दिल्ली। कोयला से लेकर हवाई अड्डा तक के कारोबार से जुड़े अदाणी समूह के लिए यह हफ्ता निवेशकों के मिलेजुले रुख से शुरू हुआ है। फ्रांस की दिग्गज कंपनी टोटाल एनर्जीज ने एक बयान जारी किया है कि वह अदाणी समूह में फिलहाल कोई नया निवेश नहीं करेगी। लेकिन फ्लोरिडा की जीक्यूजी पार्टनर्स ने जाहिर किया है कि उन्हें भरोसा है कि उनका निवेश अदाणी समूह में मजबूती लाएगा। अमेरिका की एक जिला अदालत में अदाणी समूह के प्रवर्तक गौतम अदाणी और अन्यों के खिलाफ पिछले हफ्ते रिश्वत देने और धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज होने के बाद निवेशकों की ये प्रतिक्रिया आई है। यह मामला अदाणी ग्रीन एनर्जी की परियोजनाओं से जुड़ा है। श्रीलंका, बांग्लादेश और केन्या में भी अदाणी समूह के निवेश पर अनिश्चितता है। टोटाल एनर्जीज ने अदाणी ग्रीन में अभी तक 3.2 अरब डॉलर का निवेश किया है। उन्होंने बताया कि जब तक अदाणी समूह के प्रवर्तक आरोपों से मुक्त नहीं हो जाते हैं, तब तक टोटल एनर्जी अदाणी समूह की कंपनियों में कोई नया निवेश नहीं करेगी। टोटाल ने कहा कि पिछले हफ्ते अमेरिकी अदालत द्वारा सार्वजनिक घोषणा के बाद उन्हें अदाणी ग्रीन एनर्जी से संबंधित भ्रष्टाचार में अदाणी समूह के अधिकारियों की संलिप्तता का पता चला। उन्होंने बताया कि वह अदाणी ग्रीन में अपने हितों की रक्षा के लिए समुचित उपाय पर विचार करेंगे।