मॉस्को। सीरिया में विद्रोहियों के राजधानी | दमिश्क तक पहुंचने के बीच रूस ने दावा किया कि बशर अल असद ने देश छोड़ दिया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि विद्रोही समूहों के साथ बातचीत के बाद असद ने सीरिया छोड़ दिया है और उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण का निर्देश दिया है। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर एक पोस्ट में मंत्रालय ने कहा कि मॉस्को ने इन वार्ताओं में सीधे तौर पर भाग नहीं लिया है। इसने यह भी कहा कि यह सीरिया में नाटकीय घटनाओं पर अत्यधिक चिंता के साथ नजर रख रहा है। इसने यह भी कहा कि सीरिया में तैनात रूसी सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और रविवार दोपहर तक वहां रूस के सैन्य ठिकानों की सुरक्षा लिए कोई गंभीर खतरा नहीं था। गौरतलब है कि रूस ने सितंबर 2015 से सीरिया में सैन्य अभियान चलाया है, जिसमें ईरान के साथ मिलकर असद की सरकार को सशस्त्र विपक्षी समूहों से लड़ने और देश के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण हासिल करने की अनुमति दी गई है। हालांकि, रूस अब अपने सैन्य संसाधनों का बड़ा हिस्सा यूक्रेन में केंद्रित करता है, लेकिन फिर भी इसने सीरिया में अपनी सैन्य पकड़ बनाए रखी है और वहां अपने ठिकानों पर सैनिकों को रखता है। इस बीच विभिन्न मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि विद्रोहियों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में कब्जा कर लिया है। इससे पहले रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने दमिश्क पर कब्जा करने के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा की, जिससे उन्हें भागने पर मजबूर होना पड़ा और 13 साल से ज्यादा समय से चल रहे गृहयुद्ध के बाद उनके परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया, जो मध्य पूर्व के लिए एक बड़ा झटका था । इस्लामी विद्रोहियों ने सीरिया के मध्य क्षेत्र में रूस और ईरान के प्रभाव को भी एक बड़ा झटका दिया, जो सहयोगी हैं और संघर्ष के महत्वपूर्ण दौर में असद का साथ दिया था । विद्रोहियों ने कहा कि वे सेना की तैनाती के बिना ही राजधानी में घुस आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने रॉयटर्स को बताया कि हजारों लोग कारों में सवार होकर और पैदल मुख्य चौराहे पर एकत्र हुए तथा हाथ हिलाते हुए असद परिवार के आधी सदी के शासन से आजादी के नारे लगाते हुए एकत्र हुए।

