पटना (हिंस)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को 188 करोड़ की लागत की नवनिर्मित आईजीआईएमएस परिसर में बने आखों के अस्पताल का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि हमलोग शुरू से ही स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में लगे हुए हैं। जब वर्ष 2005 में हमलोग सरकार में आए तो उस समय स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत खराब थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग शुरू से ही स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में लगे हुए हैं। जब वर्ष 2005 में हमलोग सरकार में आए तो उस समय स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत खराब थी, सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी थी। अस्पतालों में दवा एवं अन्य सुविधाएं भी नहीं थी । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तो इलाज के लिए प्रतिमाह मात्र 39 मरीज ही आते थे यानी प्रतिदिन 1 या 2 मरीज आते थे । वर्ष 2006 से अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवा देने की शुरुआत की गयी, जिसे शुभारंभ के लिए तत्कालीन उप-राष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत जी पटना आये थे। साथ ही डॉक्टरों की बहाली की गई और अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करवाई गई और मुफ्त स्वास्थ्य जांच एवं एम्बुलेंस की सुविधा दी गई । अब सुविधाएं काफी अच्छी हो गई है जिससे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हर महीने औसतन 11 हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले राज्य में केवल 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल थे, इसकी कमी के कारण यहां के छात्र मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई करने राज्य के बाहर जाया करते थे और डॉक्टर की कमी होने के कारण यहां के लोग इलाज के लिए भी राज्य के बाहर जाते थे इसलिए सरकार ने राज्य में नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कराया जिससे अब मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। इसके अतिरिक्त 15 और नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। 8 मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण में केंद्र सरकार का सहयोग मिल रहा है। इसके अलावे 9 जिलों में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाने का प्रस्ताव है। पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल को 5,462 बेड की क्षमता वाले आधुनिक विश्वस्तरीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बेड की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। इसके अतिरिक्त नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पटना, दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, दरभंगा, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मुजफ्फरपुर, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, भागलपुर तथा अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया को भी 2500 बेड के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कहा कि वर्ष 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय में पटना में एम्स के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई।