नई दिल्ली। बाजार नियामक सेबी ने रिटेल निवेशकों के लिए एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग (एल्गो ट्रेडिंग) की सुविधा शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। यह तकनीक कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिए ट्रेडिंग को तेज़, सस्ता और पारदर्शी बनाती है। अब तक यह सुविधा केवल संस्थागत निवेशकों को मिलती थी। एल्गो ट्रेडिंग का उपयोग करने से निवेशक तेजी से खरीद-फरोख्त कर सकते हैं। इससे बाजार में लेन-देन आसान होता है और तरलता (लिक्विडिटी) बढ़ती है। सेबी का कहना है कि यह सुविधा रिटेल निवेशकों को सुरक्षा और सही नियमों के साथ दी जाएगी। सेबी के अनुसार एल्गो ट्रेडिंग की सुविधा स्टॉक ब्रोकरों के माध्यम से दी जाएगी। इसके लिए ब्रोकर को पहले स्टॉक एक्सचेंज से अनुमति लेनी होगी। ट्रेडिंग में हर लेन-देन को स्टॉक एक्सचेंज की ओर से दिए गए यूनिक आईडेंटिफायर से टैग किया जाएगा, ताकि उसकी ट्रैकिंग की जा सके। यदि ब्रोकर एल्गो सिस्टम में कोई बदलाव करना चाहेंगे, तो उन्हें इसके लिए एक्सचेंज से मंजूरी लेनी होगी। एल्गो ट्रेडिंग के लिए एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) का इस्तेमाल किया जाएगा। ब्रोकर इस प्रक्रिया में मुख्य भूमिका निभाएंगे, जबकि एल्गो प्रदाता या फिनटेक कंपनियां उनके एजेंट के रूप में काम करेंगी।