गुवाहाटी । वृहत्तर चचल वरिष्ठ नागरिक सम्मेलन ने अपना 9वां स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन सुबह 9 बजे सम्मेलन के अध्यक्ष व होजाई कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राचार्य कुमुदेश्वर शर्मा ने किया। स्मृति तर्पण कार्यकारी अध्यक्ष रॉबिन बरदलै ने किया। तत्पश्चात वरिष्ठ नागरिकों से आत्मीय चर्चा की गई जिसमें उन्होंने अपने जीवन की कुछ उल्लेखनीय घटनाओं से कार्यक्रम को रोचक बना दिया। दोपहर तीन बजे चचल शतदल शाखा साहित्य सभा कार्यालय के रवीन्द्र नाथ दास सभागार में आयोजित स्थापना दिवस के कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्मेलन के अध्यक्ष शर्मा ने की। उपस्थित लोगों का स्वागत डॉ. नव नाहर डेका ने किया जबकि उद्देश्यों पर सम्मेलन के सचिव डॉ. बुधिन सैकिया ने प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरुआत सम्मेलन के विशेष उद्घाटन गीत से हुई। इसके बाद स्थानीय वरिष्ठ नागरिकों भूपाल चक्रवर्ती और हेमकांत दास को फुलम गमछा एवं गुलदस्ता उपहार देकर अभिनंदन किया गया। सम्मेलन के मुखपत्र ज्येष्ठप्रभा को आधिकारिक तौर पर विमोचन सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी और प्रमुख लेखक कामरूप रत्न थानेश्वर मालाकार ने किया। उन्होंने मुखपत्र का संक्षिप्त विवरण दिया और वरिष्ठ नागरिकों के कुछ अंतरंग मुद्दों का विश्लेषण किया। सम्मेलन के महासचिव प्रसन्ना कुमार बरठाकुर ने वरिष्ठ नागरिकों के विकास के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं और वरिष्ठ नागरिकों के विभिन्न पहलुओं के विकास के लिए किए गए विभिन्न कार्यक्रमों का विश्लेषण भी प्रस्तुत किया । वरिष्ठ कलाकार डॉ. गार्गी मालाकार, सदानंद बर्मन, डॉ. सुदर्शन बरुआ और प्रणति बरुआ ने अपने गीतों से सभी को मंत्र मुक्त कर दिया | वरिष्ठ कलाकार डॉ. गार्गी मालाकार, सदानंद बर्मन, डॉ. सुदर्शन बरुआ और प्रणति बरुआ ने अपने गीतों से समा बांध दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित गौहाटी उच्च न्यायालय की सेवानिवृत्त न्यायाधीश रूमी कुमारी फुकन ने बुजुर्गों के एकाकी जीवन के कुछ दिलचस्प पहलुओं का विश्लेषण किया और वरिष्ठ नागरिकों के लिए कानूनों पर अपने सैद्धांतिक व्याख्यान से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया । शाम 6.30 बजे असमिया संगीत के साथ दिनभर चला स्थापना दिवस कार्यक्रम संपन्न हुआ ।