विश्वनाथ ( विभास ) । असम राज्य में हिंदी भाषा व साहित्य के प्रचार-प्रसार में अग्रणी भूमिका निभाने वाले स्वैच्छिक हिंदी संस्थान विश्वनाथ चाधूमधाम रिआलि राष्ट्रभाषा प्रबोध विद्यालय परिचालना समिति ने संस्थान के सभागार में कल अपना आठवां स्थापना दिवस व हिंदी दिवस समारोह से मनाया । इस मौके पर बहुभाषिक कवि सम्मेलन तथा सधारण सभा का भी आयोजन किया गया। संस्थान के सचिव संतोष कुमार महतो द्वारा संचालित सभा में संस्थान के अध्यक्ष प्रभुनाथ सिंह ने सभा के अध्यक्ष का आसन ग्रहण किया। साथ ही मुख्य अतिथि डॉ. अनुशब्द, वरिष्ठ सहायक आचार्य, तेजपुर विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथि हरि लुइटेल (उपाध्याय), वरिष्ठ साहित्यकार, विश्वनाथ और संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष सूर्यनारायण पांडेय मंचासीन हुए । अतिथियों के करकमलों से मां शारदा के समीप दीप प्रज्वलित किया गया और सूर्यनारायण पांडेय जी द्वारा मांगलिक मंत्रोच्चारण से समारोह का शुभारंभ हुआ। इसके बाद अतिथियों को फुलाम गामोछा से अभिनंदन किया गया। तत्पश्चात सचिव संतोष कुमार महतो ने सभा के उद्देश्य की व्याख्या करते हुए संस्थान के आठवें स्थापना दिवस की सभी उपस्थित हिंदी प्रेमियों को हार्दिक बधाई दी और कहा कि आज हमारा संस्थान आठवां स्थापना दिवस मनाने के साथ नौवें वर्ष में कदम रख रहा है। हमारे लिए यह गौरव और गर्व का विषय है कि संस्थान ने पिछले आठ वर्षों में बहुत ही गौरवशाली उपलब्धियां अर्जित की हैं और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। आज यह आयोजन इन्हीं कामयाबियों का जश्न मनाने के लिए तथा भविष्य में और बेहतर करने के लिए चर्चा हेतु किया गया है। साथ ही हिंदी दिवस समारोह का भी पालन करना भी आज के आयोजन का उद्देश्य है । विद्यार्थी प्रदीप पराजुली के साथ कार्यकरी अध्यक्ष सूर्यनारायण पांडे ने गर्मजोशी के साथ स्वागत भाषण दी। इसी क्रम में विश्वनाथ चारिआलि राष्ट्रभाषा प्रबोध विद्यालय आठवाँ स्थापना दिवस समारोह कवयित्री सैयदा आनोवारा खातून के नेतृत्व तथा शिक्षिका धरित्री राय बरुवा, प्रदीप पराजुली, रोशनी कुमारी के सहयोग में स्वागत गीत प्रस्तुति हुई । रत्न परीक्षा के विद्यार्थी नेहा कुमारी राय ने भारत की राष्ट्रभाषा और अन्य भाषाओं पर उसका प्रभाव पर सारगर्भित व्याख्यान दी । सचिव महतो ने समारोह में हिंदी दिवस 2024 के अवसर पर प्रकाशित माननीय गृहमंत्री अमित शाह जी का संदेश का पाठ किया। इस मौके पर विशेष सम्मान प्रदान किया गया। जिसमें सर्वप्रथम अध्यक्ष प्रभुनाथ सिंह, कार्यकरी अध्यक्ष सूर्यनारायण पांडे को संस्थान के तरफ संस्थान के उपलब्धियां (स्मृतियां) से संजोए हुए साझा तस्वीर के फोटोफ्रेम से विशेष सम्मान प्रदान किया गया। साथ ही इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ. अनुशब्द, विशिष्ट अतिथि हरि लुइटेल (उपाध्याय) को विशेष फोटोफ्रेम के साथ माननीय गृहमंत्री के हिंदी दिवस 2024 के संदेश, राजभाषा हीरक जयंती विशेषांक और राज्यिक प्रतीक जापी से सम्मानित किया। इस विशेष मौके पर बहुभाषिक कवि सम्मेलन में कवयित्री सैयदा आनोवारा खातुन, चित्रप्रसाद पौडेल, नागेश कुमार गुप्ता, नेहा कुमारी राय, रोशनी कुमारी, वंदना दास, कल्पना पाल, धरित्री राय बरुवा आदि ने अपनी कविता की प्रस्तुति से चार- चांद लगा दी। सभी कवियों को फुलाम गामोछा तथा सहभागिता प्रमाण पत्र से अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. अनुशब्द ने सबसे पहले तो उपस्थित हिंदी सेवियों एवं प्रेमियों को संस्थान के आठवें स्थापना दिवस और हिंदी दिवस के हीरक जयंती वर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि असम में हिंदी का लोकवृत्त लगातार व्यापक एवं समृद्ध हो रहा है।