टाटा की अगुवाई वाली एयर इंडिया ने शुक्रवार को कहा कि विलय के बाद विस्तारा के मार्ग तथा समय सारणी के साथ-साथ उड़ान के दौरान मिलने वाला अनुभव समान ही रहेगा। एयर इंडिया और विस्तारा के विलय की प्रक्रिया 12 नवंबर को पूरी होने वाली है। एयर इंडिया ने ‘एक्स’ पोस्ट पर एक बयान में साफ किया कि विस्तारा के रूट्स और समय सारणी के साथ-साथ उड़ान के दौरान मिलने वाला उसका अनुभव आगे भी जारी रहेगा। विलय के बाद विस्तारा के विमानों से संचालित उड़ानों का कोड एआई 2 होगा। दरअसल दोनों पूर्ण सेवा वाहकों का विलय 12 नवंबर को पूरा होने वाला है। कंपनी ने कहा कि विलय के क्षितिज पर होने और इसके साथ आने वाले बदलावों के साथ हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि आपका विस्तारा इन-फ्लाइट अनुभव खत्म नहीं होने वाला है । आप नए कोड के तहत उसी विश्वस्तरीय बेड़े, असाधारण सेवा और जाने-पहचाने चेहरों का आनंद लेना जारी रख सकते हैं। एक व्यापक नेटवर्क, बढ़े हुए लाभ और अनंत संभावनाओं की दुनिया जो आपका इंतजार कर रही है। इस विलय के पूरा होने पर सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में 25.1 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी। विस्तारा टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस का संयुक्त उद्यम है। इस विलय के बाद एकीकृत इकाई के फ्रीक्वेंट फ्लायर कार्यक्रम के जरिए एयर इंडिया के विंटेज महाराजा को बरकरार रखा जाएगा।