नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने विमान परिचालन की सुरक्षा के लिए विमानन मनोविज्ञान क्षेत्र के साथ- साथ तनाव तथा थकान से निपटने के लिए मजबूत प्रणालियों की आवश्यकता पर सोमवार को जोर दिया। उन्होंने पायलट सहित अन्य के लिए तनाव तथा थकान से निपटने के लिए मजबूत कार्यक्रमों की भी वकालत की। नायडू ने कहा कि विमानन मनोविज्ञान के लिए औपचारिक कार्यक्रमों का अभाव है। उन्नत मनोवैज्ञानिक पहलुओं को प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि निरंतर सुरक्षा सुनिश्चित करना सामूहिक जिम्मेदारी है, क्योंकि मानवीय कारक भी विमान दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार होते हैं। मंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा विमान दुर्घटनाओं में मानवीय कारक पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में यह टिप्पणी की। नायडू ने कहा कि सुरक्षा उपायों को भारतीय विमानन क्षेत्र की तीव्र वृद्धि के साथ तालमेल बनाए रखना होगा। उन्होंने लोगों को निरंतर कौशल प्रदान करने तथा उनका कौशल बढ़ाने का आह्वान किया।