विपक्षी दलों के दुष्प्रचार का काट निकालेगा आरएसएस

नई दिल्ली। केरल के पलक्कड में 31 अगस्त से दो सितंबर तक होने जा रही आरएसएस और उसके आनुषंगिक संगठनों की समन्वय बैठक में संघ परिवार और भाजपा के खिलाफ आरक्षण को लेकर विपक्षी दलों के दुष्प्रचार की काट पर चर्चा होगी। आरएसएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समन्वय बैठक में सभी ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होती है और इस क्रम में इस बार बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हिंसा, पश्चिम बंगाल में डाक्टर के सात दुष्कर्म कांड व राजनीतिक हिंसा, झारखंड के कई जिलों में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही आरएसएस की स्थापना की शताब्दी वर्ष के लिए कार्यक्रमों पर भी विस्तार से विचार-विमर्श किया जाएगा। आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार बार – बार स्पष्ट किए जाने के बावजूद संघ को आरक्षण विरोधी के रूप में चलाने की कोशिश की जा रही है। सरसंघचालक मोहन भागवत खुद कई बार आरक्षण को भारत की सामाजिक-आर्थिक स्थिति के अनुरूप जरूरी बता चुके हैं। इसके बावजूद इस बार चुनाव के दौरान भागवत और गृहमंत्री अमित शाह का आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से तैयार फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। उन्होंने कहा कि विरोधियों के इस दुष्प्रचार को रोकने के लिए सभी आनुसंगिक संगठनों के प्रमुखों से राय ली जाएगी और उसके अनुरूप आगे काम किया जाएगा। बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्ता पलट के बाद हिंदुओं के साथ हुई हिंसा को लेकर पूरा संघ परिवार चिंतित है। मोदी सरकार वहां हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरिम सरकार के साथ बातचीत कर रही है। इसके लिए और क्या-क्या किया जा सकता है इस पर आनुसंगठिक संगठनों के साथ बातचीत की जाएगी ताकि इस मुद्दों को अधिक से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाया जा सके और बांग्लादेश सरकार पर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दवाब बनाया जा सके। इसी तरह से पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही हिंसक घटनाओं को लेकर वहां से आने वाले पदाधिकारी अपनी रिपोर्ट देंगे। खासतौर पर महिला डाक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद उत्पन्न स्थिति पर विशेष चर्चा होगी। इसी तरह से आरएसएस ने झारखंड के कुछ जिलों में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती संख्या और इससे वहां हजारों साल से रह रहे आदिवासी समाज पर उत्पन्न खतरे की खबरों को गंभीरता से लिया है। समन्वय बैठक में आदिवासियों के बीच काम कर रहे आनुषंगिक संगठन इसको लेकर अपनी ग्राउंड रिपोर्ट दे सकते हैं। भाजपा की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और महामंत्री (संगठन) जेपी नड्डा सहित दो-तीन अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।

विपक्षी दलों के दुष्प्रचार का काट निकालेगा आरएसएस


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