जयपुर (हिंस)। राजस्थान में सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। अनुभव प्रमाण पत्र में शिथिलता देने की मांग को लेकर पिछले 5 दिनों से जयपुर में सफाई कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर रखा है। वहीं, रविवार को जयपुर में वाल्मीकि समाज द्वारा महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इसमें वाल्मीकि समाज की मांग नहीं माने जाने पर प्रदेशभर में सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने का फैसला किया जाएगा। वाल्मीकि समाज विकास संस्थान के अध्यक्ष दीपक डंडोरिया ने कहा कि रविवार को जयपुर में प्रदेशभर की सफाई कर्मचारी यूनियन और वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधि महापंचायत करेंगे। इसमें राजस्थान सरकार द्वारा वाल्मीकि समाज के साथ किए गए षड्यंत्र के खिलाफ फैसला किया जाएगा। ऐसे में अगर कल तक सरकार ने भर्ती नियमों में संशोधन कर आवेदन की तारीख को आगे नहीं बढ़ाया। प्रदेशभर में न सिर्फ सरकारी बल्कि, प्राइवेट सेक्टर में भी कार्य बहिष्कार कर सफाई कर्मचारी अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। राजस्थान सरकार ने सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज के साथ धोखा किया है। इस धोखे को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्योंकि वर्तमान में जो भी शर्तें आवेदन की प्रक्रिया में लागू की गई है। उन्हें सिर्फ धांधली करके ही पूरा किया जा सकता है। ऐसे में महज कुछ लोग ही अब तक आवेदन प्रक्रिया में शामिल हो सके हैं। वाल्मीकि समाज का मूल रूप से सफाई ही कामकाज है। उस समाज के हजारों युवा आवेदन प्रक्रिया में भी शामिल नहीं हो पाए हैं। जो पूरी तरह गलत और निंदनीय है। हम सरकार से मांग करते हैं कि वाल्मीकि समाज के युवाओं को आवेदन प्रक्रिया में रियायत देकर अनुभव प्रमाण पत्र की बाध्यता को समाप्त किया जाए। इसके साथ ही भर्ती की आवेदन की प्रक्रिया को और आगे बढ़ाया जाए। अगर सरकार ने हमारी इन दोनों मांगों को पूरा नहीं किया। तो प्रदेशभर में वाल्मीकि समाज जिला स्तर पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगा। इसके साथ ही न सिर्फ सरकारी सफाई कर्मचारी बल्कि, प्राइवेट सफाई कर्मचारी भी कार्य बहिष्कार कर सरकार के खिलाफ हड़ताल पर जाएंगे। गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने 23 हजार 820 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकली थी। इसके लिए 27 नवंबर की शाम तक आवेदन किया जा सकता था। अब आवेदन की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। ऐसे में जहां सरकार भर्ती प्रक्रिया को पूरा कर जल्द लॉटरी निकाल अभ्यर्थियों की नियुक्ति की तैयारी कर रही है। वहीं वाल्मीकि समाज ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बाद अब अंदरूनी कॉलोनी और गलियों में गंदगी दिखने लगी है।