वडोदरा (हि.स.)। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 182 तहसीलों में बारिश हुई। वलसाड जिले की उमरपाडा में 7 इंच बारिश हुई है। बारिश के साथ आंधी के कारण जिलों में नुकसान की भी खबर है। आंधी-वर्षा के कारण वडोदरा में सर्वाधिक नुकसान होने की जानकारी मिली है। बुधवार शाम 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी में 4 लोगों की मौत हो गई और 300 से अधिक पेड़, बिजली के पोल और होर्डिंग गिर गए। गुरुवार सुबह 6 बजे तक 150 पेड़ों की कटिंग का काम पूरा हो चुका है। शहर के कई क्षेत्रों में गिरे पेड़ों को हटाने की प्रक्रिया जारी है। वडोदरा में बुधवार को देर शाम 6 बजे के करीब आंधी-तूफान, बिजली की गढ़गढ़ाहट के साथ बारिश हुई। साथ ही 110 किलोमीटर की रफ्तार आई आंधी ने 300 से अधिक पेड़ों को धराशायी कर दिया। 57 बिजली के पोल भी गिर गए। दर्जनों की संख्या में होर्डिंग हवा में उड़ गए। आंधी-तूफान के कारण 4 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है। इसमें एक 24 वर्षीय सिविल इंजीनियर युवक है। इसके अलावा जिले की पादरा तहसील में पीपीलीगाम घंटीवालु फलिया निवासी किरणसिंह छत्रसिंह राठौड़ ( 50 ) की मौत हो गई। राठौड़ बुधवार शाम बाइक से जा रहा था, इस दौरान अंबाशकरी के समीप रोड पर नीलगिरी का बड़ा पेड़ उसके सिर पर गिर गया । वडोदरा शहर के कपुराई के समीप मूल सूरत के वराछा निवासी जगदीश हीरपरा (45) कार लेकर हाइवे पर जा रहा था, इस दौरान बड़ा बोर्ड उस पर गिर गया। इससे उसकी मौत हो गई। इसके अलावा मूल दाहोद निवासी जनक निनामा ( 29 ) हालोल से वडोदरा की ओर जा रहा था। टोल टैक्स के पास उसकी बाइक फिसल गई, गंभीर रूप से घायल युवक को हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया । सभी के शवों का सयाजी हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम किया जा रहा है। फायर विभाग के अनुसार अभी तक 14 कार, 14 टू व्हीलर, 1 रिक्शा मिलाकर कुल 29 वाहनों को आंधी-तूफान से नुकसान हुआ है। विभागीय अधिकारी के अनुसार गुरुवार सुबह 6 बजे तक 150 पेड़ों की कटिंग का काम पूरा हो चुका है। अभी शहर के कई क्षेत्रों में पेड़ गिरे हैं, जिसे हटाने की प्रक्रिया जारी है। बिजली विभाग (एमजीवीसीएल) के अधीक्षक धर्मेश पटेल ने बताया कि आंधी-तूफान के कारण वडोदरा शहर के करीब 40 फीडर बंद हो गए थे। हालांकि, सभी को दुरुस्त कर लिया गया है।