अररिया (हिंस) । फारबिसगंज के एक होटल के सभागार में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ गुरुवार को नागरिक अधिकार मंच की ओर से तहफ्फुज औकाफ कॉन्फ्रेस का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता अल इंडिया मिल्ली काऊंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना अनीसुर रहमान कासमी ने किया वहीं मंच संचालन मौलाना आस मोहम्मद द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। कांफ्रेंस में शामिल हुए मुस्लिम विद्वान और उलेमाओं का धन्यवाद ज्ञापन मंच के अध्यक्ष शाहजहां शाद ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मौलाना अनीसुर रहमान कासमी ने कहा की सरकार के द्वारा जो वक्फ संशोधन बिल लाया गया है, उसके स्वरूप के साथ छेड़छाड़ का कड़ा विरोध करते है और सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग करते है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अगर बिल के खिलाफ सड़क पर उतरने की जरूरत पड़ी तो सड़क पर भी उतरकर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने किसी भी चीज को वक्फ कर दिया तो वह अल्लाह की हो जाती है और कयामत तक वह चीज अल्लाह की ही रहेगी और जिसने वक्फ किया उसे उसका सबाब मिलता रहेगा। वहीं वक्फ बोर्ड अररिया के अध्यक्ष अब्दुल गनी ने कहा की सरकार इस बिल को लाकर मुसलमानो को परेशान करना चाहती है। मुफ्ती अंसारी कासमी ने कहा कि इस मुल्क में औकाफ की इतनी ही पुरानी कहानी है, जितनी इस मुल्क में मुसलमानो की बस्ती है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मौलाना अनीसुर रहमान कासमी, मुफ्ती अंसार कासमी, वक्फ बोर्ड अररिया के सदर अब्दुल गनी, मुफ्ती अब्दुर्रशीद, नागरिक अधिकार मंच के मौलाना अब्दुर रहमान कासमी, एकराम अंसारी, अफजल अंसारी, मास्टर नसीम, मौलाना नेमतुल्लाह, मौलाना अबु नसर सहित अन्य वताओं ने कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में शाहजहां शाद, राशिद जुनैद, कलाम अंसारी, गुड्डू अली, अशरफ अली, मुफ्ती याकूब, सरपंच तौहीद आलम, मुख्तार आलम, रहमत अली, खलिकुल्लाह अंसारी, मोतिम मुखिया, खत्ताब अंसारी सादिक आलम, मुफ्ती जावेद, मौलाना स्लिम अनवर कासमी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।