रूस ने अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सोयुज- 2. 1ए रॉकेट के माध्यम से कोंडोर- एफकेए नंबर 2 रडार सैटेलाइट को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। यह उपग्रह देश के लिए ऑल-वेदर, राउंड- द- क्लॉक अर्थ ऑब्जर्वेशन के लिए महत्वपूर्ण है। सोयुज – 2.1ए रॉकेट ने सफलतापूर्वक उपग्रह को लक्षित कक्षा में पहुंचाया। इस रॉकेट का प्रक्षेपण सुविधाएं भूमि पर से होती हैं, जो इसे अन्य तकनीकों से अलग बनाती है। कोंडोर- एफकेए श्रृंखला के उपग्रह अपनी नेतृत्वक क्षमताओं के साथ बहुत महत्वपूर्ण हैं । इन उपग्रहों की विशेषता यह है कि वे बादलों के पार से भी धरती पर नजर रख सकते हैं और अंधेरे में काम कर सकते हैं। इसके अलावा इनकी विशेषता इन्हें मैपिंग, पर्यावरण निगरानी, प्राकृतिक संसाधन अन्वेषण, और मार्गदर्शक जहाजों को सहायता पहुंचाने में मादक बनाती है। पहले दो उपग्रहों को 2013 और 2014 में लॉन्च किया गया था, जबकि कोंडोर – एफकेए नंबर 1 ने 2023 में कक्षा में प्रवेश किया था। वर्तमान में दो और उपग्रह निर्माणाधीन हैं, जिसमें तीसरा कोंडोर-एफकेए 2026 में लॉन्च किया जाएगा। प्रत्येक कोंडोर- एफकेए उपग्रह का वजन लगभग 1,050 किलोग्राम होता है और इसकी लाइफ पांच साल की होती है।