धनतेरस पर काफी लोग सोना खरीदते हैं। पिछले कुछ वर्षों में सोना अच्छा रिटर्न दे रहा है, हालांकि इस बार क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने बाजार में धूम मचा रखी है। इसने सोने को भी पीछे छोड़ दिया है। इस करेंसी ने एक साल में दोगुने से ज्यादा रिटर्न दिया है। इस समय बिटकॉइन की कीमत 70 हजार डॉलर (लगभग 60 लाख रुपए) के पार पहुंच गई है, जो कि इसके उच्च स्तर के करीब है। इसका सर्वकालिक उच्च मूल्य इसी साल 1 मार्च को 73,798 डॉलर (करीब 62 लाख रुपए) तक पहुंचा था। पिछले एक साल में सोने ने लगभग 29 फीसदी रिटर्न दिया है, जबकि बिटकॉइन ने करीब 108 फीसदी का रिटर्न दिया है। एक साल पहले एक बिटकॉइन की कीमत करीब 28.73 लाख रुपए थी, जो अब बढ़कर 59.74 लाख रुपए हो गई है। इस प्रकार, बिटकॉइन ने अपने निवेश को एक साल में दोगुना से ज्यादा कर दिया है। विशेषज्ञ बिटकॉइन की कीमत में वृद्धि को अमेरिकी चुनावों से जोड़ते हैं। डोनाल्ड ट्रंप जो रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं, ने अपनी चुनावी मुहिम के दौरान डिजिटल करेंसी का समर्थन किया था। यदि ट्रंप चुनाव जीतते हैं, तो इससे क्रिप्टोकरेंसी को एक नई गति मिल सकती है। हालांकि, अनेक सर्वेक्षणों में ट्रंप को डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस से टक्कर मिल रही है। क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडर्स का मानना है कि भले ही ट्रंप या हैरिस में से कोई भी चुनाव जीते, बिटकॉइन की कीमत नवंबर के अंत तक 80 हजार डॉलर तक पहुंच सकती है। यदि ऐसा होता है, तो यह बिटकॉइन का नया उच्च स्तर होगा। इस प्रकार धनतेरस पर जब सोने की खरीदारी चल रही है, तो निवेशक बिटकॉइन की ओर भी ध्यान दे रहे हैं, जो कि अब एक संभावित और आकर्षक निवेश विकल्प बन चुका है।