गुवाहाटी । असम के शिक्षा मंत्री डॉ. रनोज पेगु ने हाल ही में राज्य सरकार की योजना की घोषणा की है कि वह अंग्रेजी और मीडिया एवं सूचना साक्षरता पर केंद्रित गहन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए लगभग 20,000 शिक्षक प्रशिक्षकों की भर्ती करेगी। भर्ती का उद्देश्य राज्य में शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ाना है, जिससे इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एक मजबूत आधार तैयार हो सके। डॉ. पेगू ने यह घोषणा यहां रॉयल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (आरजीयू) द्वारा आयोजित भारतीय अंग्रेजी भाषा शिक्षक संघ (ईएलटीएआई) के 18वें अंतर्राष्ट्रीय और 54वें वार्षिक सम्मेलन में अपने उद्घाटन भाषण के दौरान की। 23 से 26 अक्तूबर, 2024 तक चलने वाला यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम अंग्रेजी विभाग, रॉयल स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज, आरजीयू और अंग्रेजी विभाग, सोनापुर कॉलेज की संयुक्त पहल है। अपने भाषण के दौरान, डॉ. पेगू ने ईएलटीएआई के संस्थापक स्वर्गीय पद्म श्री पुरस्कार विजेता नटराजन को श्रद्धांजलि अर्पित की और अंग्रेजी को दुनिया की सबसे बड़ी भाषा बताया। उन्होंने भाषा सीखने में तंत्रिका विज्ञान के महत्व पर जोर दिया और 21वीं सदी में बहुभाषावाद और डिजिटलीकरण को वैश्विक रूप से अपनाने की वकालत की। उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजी क्षेत्रीय भाषाओं, जाति, पंथ और राष्ट्रीयता की सीमाओं को पार करने के लिए एक उपकरण के रूप में कार्य करती है, जिससे वास्तव में वैश्वीकृत समाज का निर्माण होता है। मंत्री ने ब्रह्म या विषय का सच्चा ज्ञान प्राप्त करने के लिए व्युत्पत्ति विज्ञान के क्षेत्र सहित भाषाओं की उत्पत्ति और विकास का अध्ययन करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने ईएलटीएआई के सदस्यों को अंग्रेजी शिक्षण में अपने अनुभवों को दस्तावेज करने और अनुसंधान में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया जो सीखने की प्रक्रिया में चुनौतियों का समाधान कर सकता है। डॉ. पेगु ने पाठ्यक्रम डिजाइन और कार्यप्रणाली पर ईएलटीएआई सदस्यों से सुझाव आमंत्रित किए, यह सुनिश्चित करते हुए कि सम्मेलन के परिणामों को असम के शैक्षिक ढांचे में एकीकरण के लिए विचार किया जाएगा।