गुवाहाटी। भारत की संसद को एनआरसी के राष्ट्रव्यापी कार्यान्वयन पर बहस करनी चाहिए। यह बात मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने 30 सितंबर को गुवाहाटी में कही। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में अशांति के परिणामस्वरूप सुरक्षाकर्मी नियमित रूप से बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ रहे हैं। वे पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा की सीमाओं को पार करके पूरे देश में फैल गए। भारत में रहने के कुछ हफ्ते बाद, वे भारतीय पहचान पत्र बनाते हैं और भारतीय नागरिक के रूप में यहां बस जाते हैं। इस जोखिम भरे चलन के परिणामस्वरूप विभिन्न राज्यों की जनसांख्यिकी बदल रही है। इसलिए, सीएम शर्मा ने कहा कि यह सही समय है कि संसद में राष्ट्रव्यापी एनआरसी पर बहस होनी चाहिए। इस बीच, असम पुलिस ने 29 सितंबर की सुबह बांग्लादेश से आए चार घुसपैठियों को हिरासत में लिया, जो कथित तौर पर करीमगंज जिले के जरिए बिना अनुमति के भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने खुलासा किया कि पुलिस अभियान के परिणामस्वरूप उन्हें तुरंत बांग्लादेश वापस भेज दिया गया। घुसपैठियों की पहचान तुली अख्तर शेख रिया, खातून इवा और खातून ताहुरा के रूप में हुई है।