मिजोरम में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिलेगी : जोरामथांगा
एजल | मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) सत्ता में लौटेगी और 40 - सदस्यीय विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव में 25-35 सीट हासिल करेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि 2018 के विधानसभा चुनावों में एमएनएफ द्वारा सत्ता से बेदखल हो चुकी कांग्रेस सात नवम्बर को होने वाले चुनाव में एक भी सीट हासिल नहीं कर सकेगी। जोरामथांगा ने एक साक्षात्कार में बताया कि हम आगामी विधानसभा चुनावों के लिए खुद को तैयार करने में व्यस्त हैं। हमें वास्तव में उम्मीद है कि हम बहुमत हासिल करने और (फिर से) सरकार बनाने में सक्षम होंगे।... मैं 25 से 35 सीट हासिल करने की उम्मीद कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि जहां तक कांग्रेस का सवाल है, अगर उन्हें एक या दो सीट मिल जाती हैं तो हम उन्हें भाग्यशाली मानेंगे; अन्यथा उन्हें एक भी सीट नहीं मिलनी है।... भाजपा को अधिक से अधिक, दो सीट मिल सकती हैं.. ऐसा न हो कि उसे भी एक सीट न मिले... और हमारे प्रतिद्वंद्वी, जोरम पीपल्स मूवमेंट (जेडपीएम)... अगर वे 10 सीट) का आंकड़ा पार करते हैं, तो पार्टी भाग्यशाली रहेगी... इसलिए, हमारे लिए सरकार बनाने की अपार संभावना है। सत्तारूढ़ एमएनएफ 2023 के विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रहा है। कुल मिलाकर, 1987 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा मिजो शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद मिजोरम के राज्य बनने के उपरांत एमएनएफ ने तीन बार शासन किया है, जबकि कांग्रेस चार बार सत्ता में रही है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में, एमएनएफ ने 26 सीट हासिल की थीं, कांग्रेस पांच सीट पर कामयाब रही, भाजपा ने एक सीट जीती, जबकि जेडपीएम ने आठ सीटें हासिल कीं। इस सप्ताह की शुरुआत में, पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, जोरामथांगा ने कहा था कि एमएनएफ को सत्ता बरकरार रखने का भरोसा है, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में इसका प्रभाव लगातार बढ़ा है और इसके पक्ष में एक लहर स्पष्ट थी । साक्षात्कार के दौरान जोरामथांगा ने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद, उनकी सरकार पूरे मिजोरम में विकास को बढ़ावा देने में कामयाब रही है। उन्होंने कहा कि हम पांच साल से सत्ता में हैं, लेकिन यह कोविड-19 महामारी के कारण एक दुर्भाग्यपूर्ण अवधि रही है।