भारत में स्टारलिंक सेवाएं उपलब्ध ही नहीं

वाशिंगटन। स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क ने कहा है कि भारत में फिलहाल स्टारलिंक सैटेलाइट बीम्स असक्रिय हैं। यह बयान तब आया जब मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों में स्टारलिंक डिवाइस के कथित उपयोग का दावा किया गया था। 16 दिसंबर को मणिपुर के इंफाल ईस्ट जिले के केइराओ खुन्नौ में सुरक्षा बलों ने छापेमारी के दौरान इंटरनेट डिवाइस, हथियार और गोला-बारूद जब्त किए। भारतीय सेना की स्पीयर कोर्पस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जब्त सामान की तस्वीरें साझा कीं ।इनमें एक डिवाइस पर स्टारलिंक का लोगो नजर आया, जिसने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी। सुरक्षा बलों ने बयान में कहा कि विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर, भारतीय सेना और असम राइफल्स ने मणिपुर के चुराचांदपुर, चंदेल, इंफाल ईस्ट और कांगपोकपी जिलों में संयुक्त अभियान चलाया। इसमें 29 हथियार, स्नाइपर, स्वचालित बंदूकें, राइफल, पिस्तौल, ग्रेनेड और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई। एक सोशल मीडिया यूजर ने तस्वीरें देखते हुए लिखा कि स्टारलिंक डिवाइस आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल हो रही हैं। उम्मीद है कि एलन मस्क इसका समाधान करेंगे। इस पर मस्क ने प्रतिक्रिया देते हुए साफ कहा कि यह गलत है। भारत में स्टारलिंक सैटेलाइट बीम्स बंद हैं। एलन मस्क ने अपने बयान से यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत में फिलहाल स्टारलिंक सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, मणिपुर में डिवाइस पाए जाने के दावों ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस शुरू कर दी है। स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा को भारत में अभी तक सरकारी स्वीकृति नहीं मिली है। इसके बावजूद, कंपनी की तकनीक को लेकर पहले भी कई बार विवाद हो चुका है। सरकार ने स्टारलिंक से बिना अनुमति सेवाएं बेचने और एडवांस बुकिंग लेने पर रोक लगाई थी। सुरक्षा एजेंसियां अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं।

भारत में स्टारलिंक सेवाएं उपलब्ध ही नहीं
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