ओटावा। भारत को आंखें दिखाने वाले कनाडा को 24 घंटे के भीतर इतना तगड़ा झटका लगा है, जिसने प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो की नींद उड़ा दी है। भारत के एक एक्शन ने कनाडा को दो टुकड़ों में तोड़ दिया है। एक तरफ खालिस्तानी और कुछ लोग टूडो का समर्थन कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ 70 प्रतिशत कनाडा टूडो से बगावत कर चुका है। भारत ने 24 घंटे में ही ऐसा दांव खेल दिया जिसने बगावत की चिंगारी को आग में बदल दिया। आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि भारत और कनाडा विवाद में अब ओटावा की आधी से अधिक जनता भारत के साथ आकर खड़ी हो गई है। कनाडा के आम लोग, वहां के पत्रकार, विपक्षी दल और यहां तक की जस्टिन टूडो की पार्टी के 30 सांसद वही बोल रहे हैं जो भारत कह रहा है। कनाडा की 70 प्रतिशत आबादी जस्टिन टूडो को ही भारत से रिश्ते बिगाड़ने का आरोपी मान रहे हैं। जस्टिन ट्रूडो की पॉपुलैरिटी रेटिंग इस वक्त कनाडा में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा किया कि कनाडा धोखेबाजों, ड्रग तस्करों और अन्य अपराधियों का अड्डा बन चुका है। भारत ने सरेआम बताया 26 प्रत्यर्पण रिएक्वेस्ट पेंडिंग हैं। इसके अलावा प्रोवीजनल अरेस्ट की इंफार्मेशन हमलोग म्युअल लीगल असिस्टेंट ट्रीटी तहत मानते हैं वो भी कनाडा में पेंडिंग हैं। 5 आपराधिक भगौड़ों को हमने मांगा है। हमारी मांग पर कनाडा की सरकार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया और यह काफी गंभीर है। भारत के मोस्ट वांटेड क्रिमिनल अब कनाडा में बेफिक्री की जिंदगी जी रहे हैं। इसलिए अब भारत ने कनाडा को आतंकियों का स्वर्ग बता दिया। लेकिन भारत पर आरोप लगाने वाले टूडो ने अब चीन को भी कोसना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि कनाडा के विपक्षी दल चीन के साथ मिलकर मुझे हटाना चाहते हैं। इन आरोपों पर कनाडा के विपक्षी दल ने चीन वाले आरोपों पर टूडो से सबूत मांगे हैं। ठीक उसी तरह जैसे भारत ने टूडो से निज्जर हत्या मामले में भारतीय अधिकारियों की हत्या को लेकर सबूत मांगे हैं। टूडो को हटाने के लिए सांसद एकजुट हो रहे हैं। लगभग 30 सांसदों ने लिखित में एक दस्तावेज दिया है, जिसमें टूडो के लीडरशिप से हटने की डिमांड है। कनाडा में विपक्षी दलों ने टूडो सरकार के रुख पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों के कई नेताओं का कहना है कि टूडो इस मुद्दे को भुनाने में लगे हैं। विपक्ष के नेता पियर पॉलिवेयर ने इस मुद्दे को सुलझाने में टूडो सरकार को नाकाम बताया। कनाडा कि एक अन्य विपक्षी पार्टी पीपल्स पार्टी ऑफ कनाडा के प्रमुख मैक्सिम बर्नियर ने जस्टिन ट्र्डो पर आरोप लगाया कि वो इस मुद्दे का इस्तेमाल दूसरे मुद्दों से भटकाने के लिए कर रहे हैं। वहीं कनाडा के हिंदू सांसद चंद्रा आर्या ने कनाडा में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल किए हैं।