बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के 106 वें स्थापना दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह संपन्न

विश्वनाथ (विभास ) | हिंदी की दो महान विभूतियों महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी निराला एवं रामवृक्ष बेनीपुरी की पुण्य स्मृति के समर्पित में आयोजित बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के 106 ठा स्थापना दिवस समारोह एवं 43 वें महाधिवेशन के कल सम्मान सह सम्मान समारोह में असम राज्य के विश्वनाथ जिले युवा साहित्यकार, हिंदी सेवी संतोष कुमार महतो और मनीषा पाल को नामित अलंकरणों से विभूषित किया गया। सर्वप्रथम कल के चतुर्थ वैचारिक सत्र विश्व बंधुत्व की अवधारणा और भारत विषय पर आयोजित सत्र के मुजफ्फरपुर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. महेन्द्र मधुकर की अध्यक्षता तथा अनुपमा सिंह के कुशल संचालन के बाद बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने सुदूर असम प्रदेश से आए युवा साहित्यकार, हिंदी सेवी तथा प्रचारक क्रमशः संतोष कुमार महतो को शोल से सम्मानित करने के बाद पं. रामचंद्र भारद्वाज स्मृति सम्मान और मनीषा पाल को भी शोल द्वारा सम्मानित करने के बाद किशोरी चतुर्वेदी स्मृति सम्मान से अलंकृत किया गया । इस मौके पर हिंदी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग के अध्यक्ष व वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. सूर्य प्रसाद दीक्षित, मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. महेंद्र मधुकर, चंडीगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जसबीर चावला, विश्व हिंदी परिषद के महासचिव डॉ. विपिन कुमार, बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के प्रबंध मंत्री कृष्ण रंजन सिंह, सत्र संयोजक डॉ. रेखा भारती तथा असंख्य नामित साहित्यकार व गणमान्य महानुभाव मौजूद थे । इस सम्मान के मिलने के बाद विश्वनाथ जिले साहित्यकार तथा शुभाकांक्षी ने बधाई तथा शुभेच्छा ज्ञापित की। सम्मान से जिले में हिंदी प्रेमी में खुशी की लहर व्याप्त है।

बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के 106 वें स्थापना दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह संपन्न


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