पटना, (ईएमएस)। जक्कनपुर थाना क्षेत्र के संजय नगर रोड नंबर 10 पर शुक्रवार रात एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए अजय राय उर्फ काका ने बिजली मिस्त्री बनकर सविता देवी के मकान में किराये पर कमरा लिया था। तीन मंजिले मकान में सविता देवी परिवार के साथ नीचे रहती थीं। पहली मंजिल पर अजय और उसके दो साथी रह रहे थे, जबकि ऊपर के तले में दूसरे किरायेदार रहते हैं । सूचना पर एसट- एफ के सब-इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ रात वहां पहुंचे। तब सविता देवी के मकान के आसपास लोग मौजूद थे। उन्होंने सभी को घर में जाने को कहा और मकान में दाखिल हो कर सीढ़ी पर चढ़ने लगे। पहली मंजिल पर दर- वाजा खोलते ही अजय ने टीम पर फायरिंग कर दी। एक गोली सब- इंस्पेक्टर के बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी, जबकि दूसरी दाहिने बांह को छीलते हुए निकल गई। इस पर एसटीएफ की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई। चार गोलियां लगते ही अजय ढेर हो गया। एसएसपी ने बताया कि 29 मिनट तक चली इस मुठभेड़ के दौरान अजय के दो साथी दीवार फांद कर दाहिने तरफ के मकान की छत पर कूद गए और वहां से नीचे छलांग मा- रकर बाईपास की ओर भाग निकले। एटीएफ और जक्कनपुर थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने फरार अपराधियों का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं मिले। इधर पुलिस ने मकान मालकिन से पूछताछ की तो पता चला कि तीन दिन पहले अजय ने आकाश यादव के नाम पर बना आधार कार्ड दिया था। पुलिस को अंदेशा है कि उसने नकली पहचानपत्र देकर कमरा लिया था। बताया जा रहा है कि जख्मी हालत में अजय को पहले नजदीकी अस्पताल लेकर जाया गया, जहां से चिकित्सकों ने एनएमसीएच रेफर कर दिया और वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। डीआइजी और एसपी भी मौके पर पहुंच गए। सविता देवी के मकान में सीसीटीवी कैमरे लगे थे। पुलिस ने डीवीआर को सुरक्षित रख लिया ताकि न्यायिक जांच के वक्त उसे साक्ष्य के तौर पर पेश किया जा सके। आरोपी अजय ने पिछले साल अरवल जिले में एक्सिस बैंक में ड- का डाला था । वह हरियाणा में हुई बैंक लूट में भी शामिल रहा था। अजय, चंदन सोनार गिरोह को छोड़ने के बाद निरंतक गिरोह का कारिंदा रहा था। निरंतक अभी पश्चिम बंगाल की जेल में है । इसके बाद उसने निरंतक के गुर्गों को साथ लेकर खुद का एक अलग गिरोह बना लिया था और वा- रदातों को अंजाम देता था।