विश्वनाथ ( विभास)। हैदराबाद की एक उच्च शिक्षित महिला टीएन चंद्रानी ने सन 2020 से बिश्वनाथ में कारिबिल के पास बुरोई नदी के तट पर गंगा गौशाला में लगभग 2,050 गायों की सेवा करके एक मिसाल कायम की है। उल्लेखनीय है कि गंगा गौशाला की शुरुआत 2020 में तस्करी के पशु व्यापारियों से जब्त की गई 120 गायों और पुराने गौशाला मंदिर में 35 ( कुल 155 ) गायों के साथ की गई थी। उच्च स्तरीय सरकारी नौकरी छोड़कर गौ सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य चुनने वाली टीएन चंद्राणी के मन में एक सपना रखते हुए भविष्य में गंगा गौशाला में प्रायः 6 हजार गौ पालन के साथ गोकुल धाम में परिवर्तन करने के साथ गंगा गौशाला एक खूबसूरत पर्यटन स्थल के रूप में इसे बनाने की भी योजना है। सरकार और कई शुभचिंतकों की तरफ से खूब प्रतिक्रिया आ रही है। गाय पालन के लिए पर्याप्त जगह की कमी और वित्तीय कठिनाइयों के कारण भारत भर में ध्यान फाउंडेशन की देखरेख में लगभग पैंतालीस गौशालाएं हैं, सत्तर हजार से अधिक गायें वे गाय पालकर एक मिसाल कायम कर रहे हैं। चंद्राणी, जो खुद को गंगा गौशाला के भविष्य के विकास के लिए एक स्वयंसेवक के रूप में पेश आतीं हैं और इस गौशाला में लगभग 60 कर्मचारी हैं। चंद्राणी ने सरकार से कुछ भूमि आवंटित करने की मांग की है।