सभी चाहते हैं कि किसी से पहली बार मिलने पर ऐसी छाप छोड़े कि उसके मन-मस्तिष्क में उम्र भर के लिए अच्छी राय बन जाए, लेकिन ज्यादातर लोगों को यह तकनीक ही नहीं आती कि पहली ही मुलाकात में कैसे किसी को हमेशा के लिए अपना प्रशंसक बनाया जा सकता है। तो आइए जानते है कैसे जमाएं फर्स्ट इंप्रेशन ।
स्टाइल सुधारें
पहली मुलाकात में ध्यान रखें कि सामने वाले पर आपकी बातचीत का क्या प्रभाव पड़ रहा है। इसे भांपकर अपनी शैली सुधारें। अपना ध्यान उस व्यक्ति पर केंद्रित करें, आंखों से आंखें मिलाकर बात करें। चाहे सामने कोई उच्च पदस्थ व्यक्ति हो, नर्वस होकर, इधर- उधर देखते हुए बातचीत न करें। यदि आपको लगता है कि सामने वाला बोर कर रहा है तो भी पहली बार उसकी बात ध्यान से सुनें। हाथ मिलाने का सलीका
किसी से भी हाथ मिलाते समय ध्यान रखें कि हाथ को न तो ढीला छोड़कर मिलाया जाए और न बिल्कुल सख्त तरीके से। हाथ मिलाते समय आपके चेहरे पर खुशी और अपनापन झलके किसी स्त्री से हाथ मिलाते समय आपके व्यवहार में शालीनता नहीं होगी तो मुश्किल में भी पड़ सकते हैं।
आत्मविश्वास जरूरी
कई बार लोग अपने सामने किसी उच्च व्यक्तित्व वाले व्यक्ति को देख कर हड़बड़ा जाते है और ऐसी हरकतें कर बैठते हैं कि सामने वाले पर इसका बुरा असर पड़ता है। अगर आपकी पहली मुलाकात किसी लड़की से हो रही है तो अपने फेशियल एक्सप्रेशंस को संयत रखें। ऐसी लड़की बेशक आपकी भावी मंगेतर या रिश्तेदार हो, लेकिन अपने व्यवहार को संयत रखें, हावी होने की कोशिश न करें।
खूबसूरती का प्रदर्शन
कुछ लोग खूबसूरती का अनावश्यक प्रदर्शन करती हैं। सभी लोग सौंदर्य पर
रीझने वाले नहीं होते। भले ही यह बातचीत शादी तय करने के लिए हो रही हो, याद रखें कि आपका चेहरा
आपके व्यक्तित्व का सिर्फ एक हिस्सा है, वह तभी किसी को आकर्षित करता है, जबकि आपकी भाषा, बातचीत का अंदाज और भाव-भंगिमा शालीनतापूर्ण हो। हर किसी में अलग-अलग गुण होते है, उन्हे सराहे मधुर वाणी जहां दिलों पर राज करा सकती है, वहीं कर्कश बातें चोट पहुंचाती है। इसलिए अपने व्यवहार में विनम्रता रखें। यही एक बात है जो याद रह जाती है।
सहज रहें
किसी के साथ पहली मुलाकात में सामने वाले को यह महसूस हो कि उससे मिलने पर आपको खुशी हुई। शादी-विवाह तय करते समय भी ध्यान रखें कि आपकी नापसंदगी दूसरे पर एकदम से जाहिर न हो। कई बार तो ऐसा भी होता है कि पहली मुलाकात में कोई पसंद नहीं आता, बाद में वही जीवनसाथी, बॉस या अन्य किसी रिश्ते के तहत हमारे सामने आ जाता है। पहली मुलाकात में अपना समूचा ज्ञान या दर्शन भी सामने वाले के सामने प्रस्तुत न कर दें। सहज रहे, भले ही सामने वाले की बातों से आप सहमत न हों, लेकिन इसे पहली ही बार में न जाहिर करे।