
राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा का बयान, ब्रांडिड दवाइयों की कंपनिया लोगों की जेब पर डाल रही डाका रोहतक ( हिंस) । राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि दवाइयां की ब्रांडेड कंपनियों ने महंगी दवाई बेच लोगों की जेब पर डाका डाला है। इसलिए सरकार ने जेनेरिक दवाइयां के लिए प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर जन औषधि केंद्र खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद अनेक मेडिकल कॉलेज खोले, जबकि कांग्रेस 70 सालों में नहीं कर पाई। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी निशाना साधा और कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जनता पूरी तरह से नकार चुकी है। एम्स को लेकर दिए गए पूर्व सीएम के ब्यान पर भी सांसद ने कहा कि हुड्डा तो यह भी कह सकते है कि धरती पर चांद व सूरज वहीं लेकर आएं थे । शुक्रवार को रामचंद्र जांगड़ा ने सिविल अस्पताल में जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया और बाद में पत्रकारों से रुबरु हुए। राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को प्रदेश की जनता अब पूरी तरह से नकार चुकी है, 2014 के बाद से भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस लगातार प्रदेश में सत्ता से बाहर होती जा रही है ऐसे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा बेवजह सरकार पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि भाजपा कांग्रेस द्वारा किए गए कामों का श्रेय ले रही है। सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा फिर तो ऐसा लगता है जैसे सूरज और चांद भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही लेकर आएं हैं। राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा सिविल अस्पताल में जन औषधि केंद्र का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि दवाइयां की ब्रांडेड कंपनियां लोगों की जेबों पर डाका डाल रही है और महंगी महंगी दवाइयां लोगों पर ठोप रही है लेकिन अबm ऐसा नहीं होगा क्योंकि सरकार ने प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्रों पर जन औषधि केंद्र खोलने का निर्णय लिया है जिसमें 80 से 90 फीसदी तक कम रेट पर दवाइयां लोगों को उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जेनेरिक दवाइयां का साल्ट एक ही होता है ऐसे में लोग महंगी महंगी दवाइयां लेकर अपने बजट को बिगड़ चुके हैं लेकिन अब महंगी दवाइयां भी सस्ते दामों पर लोगों को उपलब्ध होगी । वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी पूरी करने के लिए हरियाणा सरकार दस हजार एमबीबीएस की सीटे बढ़ाने पर विचार कर रही है ताकि डॉक्टरों की कमी को पूरा किया जा सके। रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हुई है और अनेक मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं।
